चंडीगढ़ के डड्डूमाजरा में डंपिंग ग्राउंड बना अभिशाप, निगम कमिश्नर से बोले लोग- मैडम दिल करता है बेच दें घर
चंडीगढ़ नगर निगम की नई कमिश्नर ने आनंदिता मित्रा ने तीन दिन पहले ही ज्वाइन किया है। ऐसे में अब उन्हें शहर की समस्याओं को लेकर ज्ञापन और पत्र मिलना भी शुरू हो गए हैं। डड्डूमाजरा डपिंग ग्राउंड की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने कमिश्नर आनंदिता मित्रा को पत्र लिखा है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम की नई कमिश्नर ने आनंदिता मित्रा ने तीन दिन पहले ही ज्वाइन किया है। ऐसे में अब उन्हें शहर की समस्याओं को लेकर ज्ञापन और पत्र मिलना भी शुरू हो गए हैं। डड्डूमाजरा डपिंग ग्राउंड की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने नवनियुक्त कमिश्नर आनंदिता मित्रा को पत्र लिखा है।
कमेटी के अध्यक्ष दयाल कृष्ण ने डंपिंग ग्राउड की समस्याओं से कमिश्रर को अवगत करवाते हुए कहा कि डंपिंग ग्राउंड के कारण कॉलोनी के एक एरिया में लोगों में खुदखुशी जैसा माहौल है। पत्र में डड्डूमाजरा के लोगों ने गुप्त तरीके से डंपिंग ग्राउंड का औचक निरीक्षण करने की अपील गई है, ताकि कमिश्नर को स्थिति का पता चल सके। क्योंकि इससे पहले जब भी कोई अधिकारी आता है तो इससे पहले नगर निगम के कर्मचारी इस तरह से व्यवस्था करते हैं कि यह एक छोटी समस्या लगती है। यह पत्र पूरे डड्डूमाजरा के निवासियों की ओर से कमिश्नर को लिखा गया है।
कमिश्नर आनंदिता मित्रा को लिखे पत्र में लोगों ने आरोप लगाया है कि डंपिंग ग्राउंड के पास बसे घरों के करीब कचरा गिराया जा रहा है। कूड़े की दुर्गंध के कारण सांस मुश्किल हो रहा है। लोग बीमार हो रहे हैं, 24 घंटे बदबू के कारण ऐसा लगता है कि हम कचरे के ढेर पर रहते हैं। वहीं, कमिश्नर जल्द ही डंपिंग ग्राउंड और गारबेज प्लांट का दौरा करेंगी।
दयाल कृष्ण ने कहा कि अब सहन नहीं होता। दिल करता है कि यहां से मकान बेच दें मगर खरीदने वाला भी कोई नहीं है। मुसीबत उस समय बढ़ जाती है जब जेसीबी द्वारा दबे हुए सड़े गले कचरे को नीचे से निकालकर कचरे के ऊपर किया जाता है ढेर बनाने के लिए उस कचरे से जो दुर्गंध उठती है घर के अंदर बैठे हुए इंसान को भी उल्टी आने जैसी समस्या पैदा होने लगती है। इतना अत्याचार तो जानवरों पर भी कोई नहीं किया जाता।
लोगों ने कहा कि पूर्व कमिश्नर के साथ पार्षद, मेयर को भी समस्या के बारे में कई बार बताया गया, लेकिन समस्या को अनदेखा किया गया। लोगों ने अपील की है कि घरों के पास कचरा गिराना बंद किया जाए और उस जगह पर मिट्टी डालकर उसे ढका जाए ताकि यहां के लोगों को थोड़ी बहुत तो राहत मिल सके।