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साइबर क्राइम : डर, लालच और ठगी

इंटरनेट से ऑनलाइन सिस्टम ने लोगों को काफी सुविधा प्रदान की है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Jul 2018 04:29 PM (IST)Updated: Fri, 06 Jul 2018 05:23 PM (IST)
साइबर क्राइम : डर, लालच और ठगी
साइबर क्राइम : डर, लालच और ठगी

चंडीगढ़, जागरण टीम : इंटरनेट से ऑनलाइन सिस्टम ने लोगों को काफी सुविधा प्रदान की है। अब घर बैठे ही किसी तरह की पेमेंट आसानी से की जा सकती है। घर से जुड़ी अधिकतर सेवाओं की बुकिंग या पेमेंट अब ऑनलाइन सिस्टम से होने लगी है। पर जिस तेजी से ऑनलाइन सेवा बढ़ी है,उसी तेजी से साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है। ट्राईसिटी में पिछले दो सालों का रिकॉर्ड देखें तो साइबर क्राइम के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। चंडीगढ़ ही नहीं मोहाली और पंचकूला भी साइबर क्राइम के मामलों में पीछे नहीं हैं। ऑनलाइन ठगी करने वाले इतने शातिर हैं कि फोन पर ही किसी को पैसे कमाने का लालच देकर या फिर अकाउंट बंद होने का डर दिखाकर ऑनलाइन ठगी कर देते हैं। आधे मामले भी नहीं सुलझा पाई चंडीगढ़ पुलिस

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नौकरी दिलाने या पैसे कमाने का लालच देकर भी इंटरनेट के जरिए लोगों को शिकार बनाया जा रहा है। उसके लिए जाली कॉल्स से लेकर वेबसाइट, जाली लैटर भी लोगों के घर तक पहुंचाए जाते हैं। इसके अलावा जालसाज मोबाइल पर खुद को बैंक का अधिकारी बनकर बात करते है और आपके बैंक अकाउंट बंद हो जाने का डर दिखाते हैं। फिर मैसेज भेजकर बदले में ओटीपी कोड मागते है। आपने ओटीपी कोड उन्हें बता दिया तो समझो कि आप ठगी का शिकार हो चुके है। चंडीगढ़ में ऑनलाइन ठगी के मामले साल-दर-साल तेजी से बढ़ते जा रहे है, लेकिन साइबर मामलों को सुलझाने में पुलिस भी पूरी तरह से फेल हो रही है। शातिर ऑनलाइन जॉब, मोबाइल रिचार्ज जीतने का झासा, एटीएम अपग्रेड, अकाउंट बनाकर, वेब साइड हैक कर जैसे अन्य तरीकों से ठगी कर रहे है। चंडीगढ़ साइबर क्राइम में साल 2016 में 1644 मामले सामने आए। उसमें में विभाग सिर्फ 705 मामले सुलझा सका था। 939 मामले में जाच अटकी हुई हैं। वहीं 2017 में 2205 शिकायतें और 37 एफआईआर दर्ज हो चुकी है। तो वहीं साल 2018 जनवरी से मई तक 571 शिकायत साइबर सैल के पास आ चुकी है। इन तरह शातिर करते हैं ठगी

- वेबसाइट के माध्यम से संपर्क करके शादी का झासा देकर

- फर्जी बैंक अधिकारी बनकर एटीएम की जानकारी पूछकर

- बीमारी, समस्याओं के निराकरण का झासा देकर

- सिमकार्ड अपडेट करने के बहाने ठगी

- नौकरी लगाने के नाम पर

- मोबाइल मैसेज सर्विस के माध्यम से ठगी

- फर्जी ईमेल के माध्यम से ठगी

- ऑनलाइन शॉपिंग में डिस्काउंट के बहाने

- मोबाइल टॉवर लगाने के नाम पर ठगी

- विदेश भेजने के नाम पर ठगी का शिकार होने के बाद क्या करें?

1- ऑनलाइन ठगी का शिकार होते ही सबसे पहले मामले की पुलिस को सूचना दें।

3-बैंक में जाकर तुरंत अकाउंट और एटीएम को बंद करवाएं।

2- बैंक से मिली जानकारी स्थानीय पुलिस और साइबर सेल को दें।

4- ठगे जाने के बाद पुलिस को सूचना देने में और बैंक से जानकारी लेने में जितनी देरी होगी, पैसे की रिकवरी उतनी ही कम होने की उम्मीद रहती है। ऐसे करें शिकायत

चंडीगढ़ में साइबर क्राइम मामले से जुड़ी शिकायत सेक्टर-9 स्थित एसएसपी विंडो के अलावा एसएसपी और आईजी की मेल आईडी पर भी कर सकते हैं। वहां से इन्कवायरी सेक्टर-17 स्थित साइबर सेल में भेज दी जाती है। वहां से ही मामले में कार्रवाई की जाती है। पंचकूला में डाटा चोरी करने व अश्लील भेजने की शिकायतें अधिक

पंचकूला में भी हर महीने ठगी की शिकायतें पुलिस स्टेशन पहुंच रही है। इसमें ज्यादा शिकायतें फेसबुक हैक करने, डाटा चोरी करने या अश्लील मैसेज भेजने की है। साइबर क्राइम पर कंट्रोल करना बड़ा ही मुश्किल है, क्योंकि कोई भी कहीं पर भी बैठकर इंटरनेट के जरिए साइबर क्राइम कर फरार हो जाता है। पिछले 2 साल में लगभग 40 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं।

पुलिस करेगी आपकी मदद

पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर साइबर क्राइम से जुड़ी जानकारी ले सकते हैं। अगर किसी को लगता है कि उसकी मेल आईडी, सोशल साइट आईडी या बैंक अकाउंट हैक हुआ है, तो कंट्रोल रूम में फोन कर मदद माग सकता है। कंट्रोल रूम से कॉल पुलिस के साइबर एक्सपर्ट को ट्रासफर कर दी जाएगी या साइबर एक्सपर्ट खुद ही पीड़ित को फोन कर संभव मदद करेंगे। मोहाली में कत्ल के केस वाट्सएप कॉल के कारण नहीं सुलझ रहे

मोहाली में भी साइबर क्राइम के मामलों की लगातार बढ़ोतरी हो रही है। साल की पहली छमाही में ऑनलाइन ठगी के 50 मामले दर्ज किए जा चुके है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब आपराधियों ने हाईटेक तरीके से वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। मोहाली में इस साल दो कत्ल के मामलों में वाट्सअप कॉल होने के चलते ये दोनों मामले पुलिस के गले की फास बने हुए है। पुलिस को इनमें कॉल डिटेल नहीं मिल पा रही। इनमें से एक कत्ल का मामला डेराबस्सी में पंजाबी सिंगर नवतेज और दूसरा खरड़ में हुआ था। लॉटरी के लालच में बता रहे पिन

ठगी का शिकार या तो युवा हो रहे है या फिर वे लोग हो रहे है जिन्हें आईटी का ज्ञान नहीं है। लोग बैंकों के खातों में पड़े अपने ही पैसों को लेकर चितिंत हो जाते है। अगर कोई फर्जी कॉल आ जाती है तो हड़बड़ाहट में अपने खाते का पिन बता देते है वे ठगी का शिकार हो जाते है। अधिकतर केस इन्हीं मामलों के हैं।


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