लॉकडाउन में डिजिटल सिटी के लोगों के अकाउंट पर साइबर अटैक
लॉकडाउन में डिजिटल सिटी के लोगों के अकाउंट पर साइबर क्रिमिनल ने अटैक किया है।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ : लॉकडाउन में डिजिटल सिटी के लोगों के अकाउंट पर साइबर क्रिमिनल ने अटैक किया है। 45 दिन में विभिन्न तरह की 594 शिकायत साइबर सेल के पास दर्ज हुई हैं। देशभर में चंडीगढ़ डिजिटल ट्रांजेक्शन में नंबर-1 है। इस दौरान तेजी से बढ़ी शिकायतों में एक भी केस सॉल्व नहीं हुआ हैं। चंडीगढ़ में साइबर हैकर्स ने शहर के रिटायर्ड चीफ जस्टिस, वाइस चांसलर, बैंक अधिकारी, आइपीएस से लेकर एक एसपी सिटी तक को नहीं छोड़ा हैं। साइबर क्राइम में सातवा नंबर, 90 प्रतिशत केस अनसॉल्व
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार साइबर क्राइम पंजाब और हरियाणा को पीछे छोड़कर चंडीगढ़ देशभर में 7वें नंबर पर है। 2019 में 4793 साइबर क्राइम की वारदात दर्ज हुई थी। साल 2017 में 2242 और 2018 में कुल 3167 साइबर की शिकायतें दर्ज हुई थीं। 2018 की 70 और 2019 की 58 प्रतिशत शिकायत पेंडिंग हैं। जबकि जनवरी से पांच मई 2020 तक कुल 2056 शिकायतों में 90 प्रतिशत केस अनसॉल्व हैं। इसमें अकेले जनवरी माह में 667 रिकॉर्ड शिकायतें शामिल हैं। ऐसे बनाया शिकार
-डिस्काउंट पर ऑनलाइन शराब डिलिवरी।
-फर्नीचर, उधारी वापस करने का झांसा।
-ट्रांसजेक्शन, कोरोना बचाव के लिक भेज।
-सस्ता एलआइसी और इंश्योरेंस पॉलिसी।
-गुगल पर कस्टमर केयर नंबर हैक कर। रिटा. जस्टिस, सांसद के सेक्रेटरी, आइपीएस को भी चूना
ठग साइबर क्रिमिनल चंडीगढ़ में रहने वाले हाई कोर्ट से पूर्व चीफ जस्टिस मनमोहन सिंह लिबराहन के डेबिट कार्ड वेरिफिकेशन के नाम पर 2.31 लाख की ठगी कर चुके हैं। एटीएम कार्ड एक्टिवेट करने का झांसा देकर शहर की भाजपा सांसद किरण खेर के प्राइवेट सेक्रेटरी ओमकांत तिवारी से 80 हजार, हरियाणा के पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी के पोते रोहन प्रताप सिंह सोलंकी के अकाउंट से ओला वॉलेट बिल के माध्यम से 50 हजार रुपये की ठगी कर चुके हैं। मई 2015 में तत्कालीन सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस परविंदर सिंह को फर्जी पॉलिसी का झांसा देकर ठगने की कोशिश में दिल्ली के न्यू अशोक नगर से तीन लोगों को गिरफ्तारी हुई थी। लॉकडाउन में साइबर क्रिमिनल सक्रिय होकर लोगों को ठगी का शिकार बनाने लगे हैं। इस दौरान भी सभी शिकायतों पर टीम जांच कर आरोपितों को ट्रैस करने में लगी हैं।
-रश्मि शर्मा, डीएसपी, साइबर सेल ऑनलाइन लेनदेन, लॉटरी, सस्ता सामान का झांसा सहित बैंकिग सर्विस से जुड़े काम में सतर्कता जरूरी है। अब लॉकडाउन लोग विभिन्न तरह की साइट की मदद अपने ऑफिशियल और निजी काम कर रहे है। जिसकी वजह से हैकिग का खतरा दोगुना हो जाता है। इस तरह के संदेह होने पर तुरंत एक्सपर्ट की सलाह लें और पुलिस को सूचित करें।
-राजेश राणा, साइबर एक्सपर्ट