पेट्रोल के दाम बढ़ाने के खिलाफ सीपीसी ने पंजाब और हरियाणा सीएम को लिखी चिट्ठी Chandigarh News
शहर में पेट्रोल के दाम बढ़ाने की मांग को कंज्यूमर प्रोटेक्शन काउंसिल ने गलत ठहराया।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहर में पेट्रोल के दाम बढ़ाने की मांग को कंज्यूमर प्रोटेक्शन काउंसिल (सीपीसी) ने गलत ठहराया है। पंचकूला और मोहाली के पेट्रोल पंप मालिक यह मांग कर रहे हैं कि चंडीगढ़ में पेट्रोल के दाम बढ़ाए जाएं। इसके खिलाफ कंज्यूमर प्रोटेक्शन काउंसिल यूटी चंडीगढ़ ने आवाज उठाई है। काउंसिल के मेंबर सीनियर एडवोकेट अजय जग्गा ने पंजाब और हरियाणा के सीएम को चिट्ठी लिखकर अपने राज्यों में पेट्रोल पर लगने वाले वैट व अन्य सेस कम करने के लिए कहा है, ताकि पंजाब और हरियाणा में भी पेट्रोल के दाम कम हो सके। एडवोकेट जग्गा ने बताया कि पेट्रोल जीएसटी के अंदर नहीं है। पेट्रोल और डीजल वैट कैटेगरी में आ रहे हैं। इस हिसाब से पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला वैट पूरी तरह से चंडीगढ़ प्रशासन की मॉनिटरिंग के ऊपर निर्भर करता है।
शहर में पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाने या घटाने का फैसला पूरी तरह से चंडीगढ़ प्रशासन पर निर्भर होता है। ऐसे में पंजाब के पेट्रोल पंप मालिकों द्वारा चंडीगढ़ में पेट्रोल और डीजल के रेट बढ़ाने की मांग तो निरस्त किया जाए। अजय जग्गा ने इस संदर्भ में पंजाब गवर्नर को भी लेटर लिखा है। उसमें बताया है कि कंज्यूमर प्रोटक्शन एक्ट 2019 के अनुसार दूसरे राज्य के कहने पर केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने गलत है। जबकि पहले ही चंडीगढ़ में अलग-अलग प्रकार के टैक्स का भोझ यहां के लोग झेल रहे हैं।
गृहमंत्री के सामने भी उठ सकता है मुद्दा
पंजाब व हरियाणा गृहमंत्री अमित शाह के सामने भी इस मुद्दे को उठा सकते हैं। इसलिए वीरवार देर शाम ही एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट की ओर से पिछले 10 से 15 सालों का पूरा रिकॉर्ड तैयार कर लिया है। डिपार्टमेंट ने पूरी लिस्ट बनाई है। जिसमें पेट्रोल व डीजल पर कब वैट बढ़ाया और घटाया गया। इसके अलावा हर साल पेट्रोल व डीजल की सेल से प्रशासन को कितनी कमाई है। इन सबकी पूरा रिकॉर्ड तैयार किया है।
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