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पंजाब में प्राइवेट अस्पतालों में Covid Vaccine का स्टाक खत्म, सप्लाई आधी होने से आई कमी

पंजाब में कोरोना वैक्सीन की कमी हो गई है। निजी अस्पतालों में स्टाक लगभग खत्म हो चुका है। दरअसल इसका मुख्य कारण राज्य को दी जाने वाली सप्लाई आधी होना है। लुधियाना में भी वैक्सीन की कमी है जबकि पटियाला में कोविशील्ड का स्टाक नहीं है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 10:03 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 10:03 AM (IST)
पंजाब में प्राइवेट अस्पतालों में Covid Vaccine का स्टाक खत्म, सप्लाई आधी होने से आई कमी
पंजाब के अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन की कमी। सांकेतिक फोटो

चंडीगढ़ [कैलाश नाथ]। पंजाब में कोरोना वैक्सीन की कमी होने लगी है। इसका मुख्य कारण यह है कि पंजाब को दी जाने वाली सप्लाई आधी हो गई है। पहले एक खेप में दो लाख टीके आ रहे थे। अब सिर्फ एक लाख ही आ रहे हैं। रविवार को पंजाब को एक लाख डोज (10,000 शीशी) कोविशील्ड वैक्सीन प्राप्त हुई। कई प्राइवेट अस्पतालों में स्टाक खत्म हो गया है।

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अमृतसर में रविवार को 50 से अधिक केंद्रों में टीकाकरण नहीं हो सका। लोग बिना टीका लगवाए ही लौट गए। हालांकि, यहां शाम को कोविशील्ड की 12 हजार डोज पहुंच गई। यहां दूसरी डोज को ही प्राथमिकता दी जा रही है। कोवैक्सीन की सिर्फ सात हजार डोज ही बची है। लुधियाना में भी रविवार को कोविशील्ड की 15 हजार डोज पहुंच गई। यहां कोवैक्सीन की 16 हजार डोज ही बची हैं। कई जिलों में दूसरी डोज को टाला जा रहा है। पटियाला में कोविशील्ड की कमी है। माडल टाउन, सहित त्रिपड़ी टाउन व राजपुरा के टीकाकरण प्रभावित हुआ है। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. वीनू गोयल ने बताया कि कोविशील्ड का स्टाक खत्म हो गया है। हालांकि, कोवैक्सीन लगाई जा रही है।

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वहीं, स्वास्थ्य विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी हुसन लाल ने कहा कि वैक्सीन की सप्लाई धीमी हो गई है। इस वजह से प्रदेश में दो दिनों से वैक्सीन की कमी आ रही है। पंजाब सरकार ने राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए रोज दो लाख टीके लगाने और 50 हजार टेस्टिंग का लक्ष्य निर्धारित किया है। कोरोना के टेस्ट तो 43 हजार से ऊपर चले गए हैं, लेकिन वैक्सीनेशन का आंकड़ा 92 हजार तक ही पहुंच पाया है। छुट्टी के दिनों में यह आंकड़ा 60 हजार तक ही ठहर जाता है।

पेमेंट के बावजूद नहीं मिली वैक्सीन

वैक्सीन की ज्यादा कमी प्राइवेट अस्पतालों में आ रही है। कई अस्पतालों की पेमेंट प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के पोर्टल से नहीं हो पा रही है। कई अस्पतालों ने पेमेंट तो कर दी है, लेकिन उन्हें वैक्सीन नहीं मिल पा रही है। हुसन लाल ने कहा कि इस मामले को सीधे स्वास्थ्य मंत्रालय ही देख रहा है। वैक्सीन की एक-एक शीशी का रिकार्ड मेंटेन किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के पास जो स्टाक आता है, उसमें प्राइवेट का भी कोटा जुड़ा रहता है।

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लुधियाना के दुगरी फेज एक और दो में लाकडाउन

लुधियाना के दुगरी इलाके में अर्बन एस्टेट फेज-एक और फेज-दो में पूर्ण लाकडाउन लगा दिया गया है। डीसी वरिंदर शर्मा के अनुसार इन इलाकों में कोरोना के मामले अचानक बढ़ गए हैं। इस इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर पूरी तरह सील कर दिया गया है। लोगों को घरों के अंदर रहने और जरूरी इंतजाम करने को कहा गया है।

आक्सीजन की कमी नहीं, लेकिन अमृतसर व बठिंडा में मांग बढ़ी

पंजाब में अमृतसर और बठिंडा में आक्सीजन की मांग बढ़ गई है। हालांकि, अभी कमी की बात सामने नहीं आई है। अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में हिमाचल प्रदेश के बद्दी से दो दिन बाद सप्लाई पहुंच रही है। अस्पताल प्रबंधन रोजाना सप्लाई मांग रहा है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी हुसन लाल ने कहा कि फरीदकोट मेडिकल कालेज, जालंधर व लुधियाना सिविल अस्पताल के आक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं। इसलिए पर्याप्त आक्सीजन है। कुछ अस्पतालों में स्टाक जरूर कम हुआ है।

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कोरोना की पहली लहर में ज्यादातर मरीज अस्पतालों में थे, जबकि दूसरी लहर में काफी मरीज घर पर ही आइसोलेट हैं। अभी तक अधिक से अधिक 30 से 32 मरीजों को ही एक दिन में आक्सजीन की जरूरत पड़ रही है। मेडिकल कालेज व सरकारी अस्पतालों में 50 फीसद बेड खाली हैं। बड़े प्राइवेट अस्पतालों में भी 70 से 80 फीसद बेड पर ही मरीज हैं।


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