गर्मी की छुट्टियों में घर-घर जाकर किशोरों को वैक्सीन लगाएगी टीम
लाख प्रयासों के बाद भी बच्चों और युवाओं में शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल नहीं हो पा रहा है। प्रशासन ने मई माह के शुरू में 15 से 18 आयु वर्ग में कोविड वैक्सीनेशन की पहली डोज लगने का 100 फीसद लक्ष्य हासिल किया था। इसी दौरान दूसरी डोज को भी एक सप्ताह में 100 फीसद करने का लक्षय रखा गया था।
जासं, चंडीगढ़ : लाख प्रयासों के बाद भी बच्चों और युवाओं में शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल नहीं हो पा रहा है। प्रशासन ने मई माह के शुरू में 15 से 18 आयु वर्ग में कोविड वैक्सीनेशन की पहली डोज लगने का 100 फीसद लक्ष्य हासिल किया था। इसी दौरान दूसरी डोज को भी एक सप्ताह में 100 फीसद करने का लक्षय रखा गया था। लेकिन तीन सप्ताह बीतने के बाद भी अभी 62 फीसद को ही दूसरी डोज लग चुकी है। इस आयु वर्ग में 72 हजार कुल लक्षित आबादी है। इसमें से 45 हजार 349 को ही अभी तक दूसरी डोज लग पाई है। मंगलवार को केवल 117 को दूसरी डोज लग पाई। इसी तरह से 12-14 आयु वर्ग में अभी तक पहली डोज भी 100 फीसद नहीं लग पाई है। पहली डोज 70 फीसद तो दूसरी 21 फीसद को ही लगी है। मंगलवार को 232 बच्चों को ही कोविड वैक्सीन लगी। अब गर्मियों की छुट्टियों को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट ने वैक्सीनेशन एट डोर स्टेप पर मुहिम शुरू करने की योजना तैयार की है। इसमें बच्चों को घरों पर ही पहुंचकर टीम वैक्सीनेशन करेगी। एक-एक बच्चे को कवर करने के लिए यह अभियान चलाया जाएगा। चंडीगढ़ में मिले कोरोना संक्रमण के 13 नए केस
कोरोना संक्रमण के मामले भी थम नहीं रहे। मंगलवार को चंडीगढ़ में 13 नए पाजिटिव मामले सामने आए। इसका पाजिटिविटी रेट 1.14 फीसद रहा। पिछले सात दिनों की बात करें तो औसत केस अब बढ़कर 11 हो गए हैं। आठ मरीज ठीक होकर आइसोलेशन से बाहर आए। इससे सक्रिय मामले बढ़कर 80 हो गए हैं। 24 घंटे में 1136 सैंपल टेस्ट किए गए हैं।