निगम ने शहर में ठेकेदारों के काम पर लगाई रोक
स्थानीय निकाय विभाग के निर्देशों के बाद ये रोक लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कर्मचारियों के ईपीएफ के बारे में जानकारी नहीं देने पर मोहाली नगर निगम ने शहर में काम करने वाले कुछ ठेकेदारों के काम पर रोक लगा दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक स्थानीय निकाय विभाग के निर्देशों के बाद ये रोक लगाई गई है। जिन ठेकेदारों के कार्यो पर रोक लगाई गई है वे ठेके की शर्तो को पूरा नहीं करते थे। विभाग की जाच में यह बात सामने आने के बाद निगम ने कार्रवाई की है। सूत्रों का कहना है कि ठेकेदारों काम की शर्तो को पूरा तो करते थे लेकिन कर्मचारियों के इपीएफ फंड के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। इस कारण ये कदम उठाया गया। इस फैसले के बाद शहर में 67 के करीब काम प्रभावित हो रहे हैं। निगम कमिश्नर संदीप हंस ने बताया कि मामला लेबर कमिश्नर की अदालत में आया था। निगम से ये जानकारी मागी गई थी। अदालत ने कहा कि निगम की ही जिम्मेदारी बनती है कि वे कर्मचारियों के इपीएफ का हिसाब रखे। लेकिन ठेकेदारों की ओर से निगम को कर्मचारियों के इपीएफ के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। इसके चलते ये फैसला लिया गया। निगम कमिश्नर ने बताया कि निगम की ओर से ग्रीन ब्लैट्स का रखरखाव, पानी की निकासी के लिए पाइपें डालने का काम, बारिश के मौसम से पहले काजवे बनाने का काम आदि करवाए जाने थे। इन कार्यो को जल्द ही दूसरे ठेकेदारों को देकर शुरू करवाया जाएगा ताकि किसी भी तरह से काम प्रभावित न हो। कर्मचारी ईपीएफ के बारे में जानकारी चाहते हैं।