चिकित्सकों व वैज्ञानिकों की एकीकृत भूमिका से हारेगा Corona Virus : डॉ. जितेंद्र
डॉ. गैरोला के अनुसार उनकी संस्था का यह प्रयास आम जनमानस द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। संस्था के पास प्रतिदिन 100 से अधिक फॉर्म्स आ रहे हैं।
चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। कोरोना वायरस द्वारा होने वाली बीमारी कोविड-19 वैश्विक महामारी दिन-प्रतिदिन और भयानक होती जा रही है। यह बात पीजीआई चंडीगढ़ के शोध वैज्ञानिक डॉ. जितेंद्र गैरोला ने कही। उन्होंने बताया कि भारत में अब तक कोरोना के 3374 मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी चुनौतियों के बीच एसोसिएशन ऑफ मेडिकल, बेसिक और सोशल साइंटिस्ट (आईएएमबीएसएस) के सदस्य सामाजिक जागरूकता एवं वैज्ञानिक तथ्यों के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इस संस्था के सदस्य देश के सुप्रसिद्ध मेडिकल संस्थानों जैसे पीजीआई चंडीगढ़, पीजीआई रोहतक, एम्स दिल्ली, एम्स ऋषिकेश, एम्स भटिंडा एवं अन्य संस्थानों में कार्यरत है। इस मुसीबत की घड़ी में आईएएमबीएसएस के सदस्य हर तरह से देश में सामाजिक जागरूकता का कार्य बखूबी निभा रहे हैं।
संस्था के संस्थापक एवं महासचिव डॉक्टर जितेंद्र गैरोला ने बताया कि उनकी संस्था अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थाओं में कई कार्यक्रमों जैसे ऑनलाइन वेबीनार, कोविड-19, जागरूकता अभियान, सामाजिक दूरी का वैज्ञानिक महत्व एवं कोविड-19 के विषय में फैली भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। एसोसिएशन अपने माध्यम से इच्छुक युवाओं, मेडिकल साइंस के जानकारों को कोविड -19 जागरूकता अभियान से जोड़ने का कार्य भी कर रही है। इसी संदर्भ में गूगल ऑनलाइन फॉर्म के रूप में संस्था ऐसे लोगों को तैयार करने का कार्य कर रही है, जोकि इस मुसीबत के समय देश में एक सशक्त पहरी के रूप में उभर कर सामने आ सकें।
डॉ. गैरोला के अनुसार उनकी संस्था का यह प्रयास आम जनमानस द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। संस्था के पास प्रतिदिन 100 से अधिक फॉर्म्स आ रहे हैं। आने वाले 10 दिनों तक और यदि आवश्यकता पड़ी तो आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। सोशल साइंटिस्ट, मॉलिक्यूलर बायोलॉजी, वायरोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी में निपुण सदस्यों से आग्रह किया जा रहा है कि वह अपने अनुभव से कोरोना वायरस को पूर्ण रोकथाम की कोशिशों में जुटें। यदि सरकार और प्रशासन एनजीओ और सोसाइटी को आज्ञा दे, तो इस विषय पर ट्रेनिंग के माध्यम से अधिक से अधिक अनुभवी व्यक्तियों को टेस्टिंग में सम्मिलित किया जा सकता है।
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