प्रधानमंत्री से चल रही मीटिग के बीच राजभवन में कोरोना विस्फोट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को कोरोना की मौजूदा स्थिति इससे निपटने पर चल रही थी बैठक।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को कोरोना की मौजूदा स्थिति इससे निपटने की तैयारियों और वैक्सीन पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों और यूटी प्रशासक से चर्चा कर रहे थे। पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर अपने एडवाइजर मनोज परिदा के साथ पंजाब राजभवन से इस बातचीत में जुड़े। इस दौरान चंडीगढ़ में दोबारा से बढ़ते कोरोना को रोकने पर बातचीत हो रही थी। तभी दूसरी ओर राजभवन से कोरोना विस्फोट होने की सूचना आ गई। राज्यपाल के प्रिसिपल सेक्रेटरी जेएम बालामुरुगन सहित छह स्टाफ सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसमें चौंकाने और चिता वाली बात यह रही कि बालामुरुगन इससे पहले भी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। उन्हें दोबारा से संक्रमण की पुष्टि हुई है। बाला मुरुगन से अधिकारियों में संक्रमण की हुई शुरुआत
पहले भी पंजाब राजभवन में संक्रमण फैल चुका है। अगस्त महीने में राजभवन से बाला मुरुगन सहित चार लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। चंडीगढ़ में प्रशासनिक अधिकारियों में सबसे पहले बाला मुरुगन ही संक्रमित हुए। इसके बाद पूर्व फाइनेंस सेक्रेटरी एके सिन्हा संक्रमित हुए। फिर डीसी मनदीप सिंह बराड़ पॉजिटव हुए। अभी भी एडीशनल टेक्साइज एंड टेक्सेशन कमिश्नर आरके पोपली कोरोना संक्रमित हैं। इसके अलावा भी कई अधिकारी संक्रमित हो चुके हैं। जबकि डीइईओ हरवीर सिंह की कोरोना से मौत तक हो चुकी है। वॉरियर्स भी हो रहे संक्रमित
कोरोना संक्रमण से लड़ रहे फ्रंटलाइन वॉरियर्स भी लगातार इसकी चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टर से लेकर मेडिकल स्टाफ बड़ी संख्या में अभी तक संक्रमित हो चुका है। इसी तरह से पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी संक्रमण की चपेट में रहे हैं। कई लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। संक्रमण से लड़ रहे वॉरियर्स इससे निपटने की हर संभव कोशिश में लगे हैं। कोरोना की मौजूदा स्थिति और निपटने के प्रयास पर केंद्र सरकार ने मांगी रिपोर्ट
केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन से कोरोना की मौजूदा स्थिति इससे निपटने के प्रयास पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। अभी तक इस संक्रमण से पार पाने के लिए कौन से जरूरी कदम उठाए गए। यह जानकारी देनी होगी। वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन से लेकर इसके स्टोरेज के लिए उचित व्यवस्था के आदेश केंद्र सरकार ने दिए हैं। साथ ही इसके लिए उचित बजट भी निर्धारित होगा। इन सभी कार्यों के लिए कई स्तरों पर कमेटियों का गठन किया जाएगा। जिसमें कोर कमेटी की अहम भूमिका होगी। एक ही अधिकारी इस पूरी कार्यप्रणाली का नेतृत्व करेगा। डिस्ट्रिक्ट से ब्लॉक स्तर तक छोटी-छोटी कमेटियों का गठन होगा। नए सिरे से प्लानिग करनी होगी। साथ ही संक्रमण दोबारा से बढ़ने के क्या कारण है। इसकी तह तक जाने के निर्देश केंद्र सरकार ने दिए हैं। नोडल ऑफिसर भी इसके लिए नियुक्त किया जाएगा।