कंपनी की गलती से रिजेक्ट हुआ वीजा, कंज्यूमर फोरम ने लगाया जुर्माना
कंज्यूमर फोरम ने अपने एक फैसले में ऑनलाइन ट्रैवल फर्म मेक माई ट्रिप पर 11 हजार रुपये का हर्जाना लगाया है। मामला शिकायतकर्ता को वीजा उपलब्ध न कराने का है।
जेएनएन, चंडीगढ़। कंज्यूमर फोरम ने अपने एक फैसले में ऑनलाइन ट्रैवल फर्म मेक माई ट्रिप पर 11 हजार रुपये का हर्जाना लगाया है। मामला शिकायतकर्ता को वीजा उपलब्ध न कराने का है। फोरम ने कंपनी को सेवा में कोताही का दोषी ठहराते हुए उसे 70 हजार रुपये लौटाने के निर्देश दिए। इसके अलावा कस्टमर को 10 हजार रुपये मुकदमा खर्च अदा करने के भी निर्देश दिए हैं।
फिरोजपुर निवासी कमलजीत सिंह संधू ने मेक माई ट्रिप से यूरोप का हॉलीडे ट्रैवल पैकेज लिया था। कंपनी ने कस्टमर को शैनगन वीजा दिलाने का वादा भी किया था, जोकि यूरोप के देशों के लिए जरूरी होता है। मगर ऐन वक्त पर शिकायतकर्ता का वीजा रिजेक्ट हो गया।
संधू ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने कंपनी से हॉलीडे ट्रैवल पैकेज लिया था। इसकी कीमत दो लाख 77 हजार 179 रुपये थी। उन्होंने एलांते मॉल के वीएफएस सेंटर में अपने डॉक्यूमेंट्स और 12744 रुपये वीजा फीस जमा करवा दिए, लेकिन 18 अगस्त 2017 को उनका वीजा रिजेक्ट हो गया। संधू ने कंपनी से बात कर रिफंड की मांग की। कंपनी ने उन्हें दो लाख 7 हजार रुपये वापस कर दिए, लेकिन उनके 70हजार रुपये नहीं दिए। इसके बाद कमलजीत ने कंपनी को लीगल नोटिस भेजा, लेकिन जब कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया तो उन्होंने कंज्यूमर फोरम में शिकायत दी। कंपनी ने फोरम में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने कस्टमर की वीजा एप्लीकेशन भेजी थी, जोकि रिजेक्ट हो गई। उन्होंने कहा कि वीजा रिजेक्ट होना, कंपनी के हाथ में नहीं था। उन्होंने कस्टमर को 2 लाख रुपये रिफंड भी कर दिए थे। ऐसे में उनकी तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई है। वहीं, संधू का कहना था कि कंपनी की गलती के कारण उनका वीजा रिजेक्ट हुआ है।