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संविधान निर्माता बाबा साहेब भी अनुच्छेद-370 के खिलाफ थे : नड्डा

अनुच्छेद-370 हटाना पीएम नरेंद्र मोदी का नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह की कुशल रणनीति का परिणाम है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 08:53 PM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 08:53 PM (IST)
संविधान निर्माता बाबा साहेब भी अनुच्छेद-370 के खिलाफ थे : नड्डा
संविधान निर्माता बाबा साहेब भी अनुच्छेद-370 के खिलाफ थे : नड्डा

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कहना है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाना पीएम नरेंद्र मोदी का नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह की कुशल रणनीति का परिणाम है। 70 साल से जो मांग लंबित पड़ी थी। उसे मोदी सरकार ने पूरा किया है। इस अनुच्छेद के हटने से जम्मू-कश्मीर के लोगों को न्याय मिला है। यह बात जगत प्रकाश नड्डा ने सेक्टर-33 के पार्टी कार्यालय कमलम की ऊपरी मंजिल के उद्घाटन के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 और 35ए को हटाने का फैसला राष्ट्रहित में लिया गया है। इस फैसले से देश के हर नागरिक के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर की पूरी आवाम खुश है क्योंकि वहां अब विकास की धारा बहेगी और देश में बनाए गए सभी कानून जम्मू-कश्मीर में भी लागू होंगे। चंडीगढ़ के कार्यकर्ताओं से लगाव

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नड्डा ने कहा कि चंडीगढ़ के कार्यकर्ताओं से मेरा लगाव और स्नेह कई वर्षो से है। साल 1996 में उस समय पार्टी के संगठन मंत्री और वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के कार्यो को देख रहे थे। उन्होंने मुझे चंडीगढ़  प्रदेश कार्यालय को देखने के लिए बुलाया तभी से मेरा जुड़ाव शहर से है। उन्होंने अनुच्छेद-370 और 35ए के बारे में कहा कि ये गलत धारणा है कि धारा-370 जम्मू-कश्मीर को स्पेशल स्टेट का दर्जा देती है। यह एक ऐतिहासिक झूठ है। जबकि संविधान में धारा-370 के बारे में स्पष्ट उल्लेखित है कि यह टेंपरेरी और ट्रांजिशनल है और यह कोई स्थायी प्रावधान नहीं है। यहां पर बात ध्यान देने वाली है कि हमारे संविधान निर्माता धारा अनुच्छेद के खिलाफ थे और बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने बाकायदा संविधान सभा में इसके खिलाफ आवाज उठाई थी। उनका स्पष्ट मानना था कि भारत जम्मू-कश्मीर की सीमाओं की तो सुरक्षा करे, उसका भरण-पोषण तो करे, कनेक्टिविटी और डिफेंस की देखभाल तो करे लेकिन भारतीय नागरिकों को जम्मू-कश्मीर में अधिकार न मिले, यह अमान्य है और इसका समर्थन नहीं किया जा सकता। एक प्रधान, एक विधान और एक निशान का सपना पूरा

नड्डा ने कहा कि आजादी के 70 वर्षो से हम देश में एक प्रधान, एक विधान और एक निशान का सपना लेकर चल रहे थे लेकिन इस सपने को हकीकत में बदलते हुए धारा-370 को धराशायी करने का ऐतिहासिक कार्य किया प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने। 370 और 35ए के हटते ही अब देश में एक प्रधान, एक विधान, एक संविधान और एक निशान तय हो गया है। कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत

जेपी नड्डा के शहर पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार भव्य स्वागत किया। नड्डा का एयरपोर्ट चौक, सेक्टर-48 चौक और ट्रिब्यून चौक पर फूल बरसाकर स्वागत किया गया। जबकि जनसम्पर्क एवं जनजागरण अभियान के अंतर्गत उन्होंने पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी पीसी डोगरा के निवास स्थान पर उन्होंने प्रबुद्ध नागरिकों के साथ भेंटवार्ता की और अनुच्छेद-370  और 35ए पर प्रकाशित पुस्तक भी भेंट की। मुलाकात के बाद नड्डा ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने को लेकर हर किसी ने प्रंशसा की है। कुछ लोगों ने अच्छे सुझाव भी दिए हैं। इस सुझावों पर पार्टी काम भी करेगी। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन, संगठन महामंत्री दिनेश कुमार, मेयर राजेश कालिया, पूर्व सांसद सत्यपाल जैन, प्रदेश महामंत्री प्रेम कौशिक व चन्द्रशेखर मंच पर उपस्थित रहे। मंच का संचालन प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर ने किया। नड्डा घर के ही मेंबर : टंडन

प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसे राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मिले हैं जो हमें अपने घर के सदस्य जैसे ही लगते हैं क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है कि उत्तर भारत विशेषकर हिमाचल प्रदेश, पंजाब व चण्डीगढ़ के क्षेत्रों से कोई व्यक्ति इस पद पर पहुंच पाया है। जबकि मेयर राजेश कालिया ने जेपी नड्डा से नगर निगम की वित्तीय हालत का हवाला देते हुए दिल्ली फाइनेंस कमीशन की चौथी सिफारिशों को लागू करने की मांग की।


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