कैंथ को समर्थन देने पर कांग्रेस में बढ़ी रार
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार राजेश कालिया के खिलाफ कांग्रेस
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार राजेश कालिया के खिलाफ कांग्रेस द्वारा अपने अधिकृत उम्मीदवार शीला फूल ¨सह द्वारा नामांकन वापस लेने का रोष बढ़ता जा रहा है। इस संबंध में वाल्मीकि समाज से जुड़े कांग्रेस नेताओं ने बैठक की है, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है। कांग्रेस के लेबर सेल के चेयरमैन एवं वाल्मीकि नेता ओमप्रकाश सैनी का कहना है कि कालिया के खिलाफ कैंथ को समर्थन देना पार्टी का ठीक स्टैंड ठीक नहीं था, इसके लिए वाल्मीकि समाज से जुड़े नेताओं से कोई राय नहीं ली गई। राजेश कालिया भी वाल्मीकि नेता हैं, उनके खिलाफ जो नामांकन पत्र भरने के समय तथ्य छुपाए जाने की शिकायत दर्ज करवाई गई है, वह भी पार्टी ने पूर्व मेयर हरफूल चंद कल्याण के नाम से भिजवाई, जो गलत है, क्योकि कल्याण भी वाल्मीकि समुदाय से जुड़े हुए हैं। ऐसे में वाल्मीकि को वाल्मीकि से लड़वाने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस और भाजपा का काम एक जैसा
सैनी का कहना है कि जो काम भाजपा करती है, वही काम कांग्रेस ने किया है। जब यह शिकायत भी भेजी गई, उस समय भी वाल्मीकि नेताओं से कोई सुझाव नहीं लिया गया। सेक्टर-17 में हुई बैठक में धर्मवीर, ओमपाल ¨सह चावर, कृष्ण चड्ढा, ममता, मीनू मलिक, अनिल कुमार चड्ढा, लव कुमार, जयकिशन दुल्हा, प्रेमपाल चौहान समेत कई नेताओं ने भाग लिया। पूनम पहले ही खोल चुकी हैं मोर्चा
ओमप्रकाश सैनी का कहना है कि उनकी कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा से इस संबंध में बात हो गई है। अध्यक्ष को कहा गया है कि कैंथ को कांग्रेस पार्टी में नहीं लेना चाहिए। मालूम हो कि कांग्रेस के कैंथ को समर्थन देने पर पूर्व मेयर पूनम शर्मा पहले ही प्रदीप छाबड़ा और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी हैं।