विकास के लिए फंड नहीं, स्टडी टूर के विरोध में कांग्रेस
पार्षदों का कोलकाता और केरल जा रहे स्टडी टूर को लेकर कांग्रेस पार्टी विरोध में आ गई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पार्षदों का कोलकाता और केरल जा रहे स्टडी टूर को लेकर कांग्रेस पार्टी विरोध में आ गई है। कांग्रेस पार्षद टूर का विरोध जता रहे हैं और वह इस स्टडी टूर का हिस्सा नहीं बनेंगे। कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह का कहना है कि इस समय शहर का विकास का काम ठप्प पड़ा हुआ है और भाजपा पार्षदों को टूर पर जाने की पड़ी है। बबला का कहना है कि नगर निगम की वित्तीय हालत अच्छी होती तो पार्षदों का टूर पर जाना भी सही रहता। पार्षदों ने घूमना ही है तो वह अपने खर्चे पर घूमें। बबला का कहना है कि वह इस माह होने वाली सदन की बैठक में भी इसका विरोध करेंगे। हमारी पहली प्राथमिकता शहर का विकास होना चाहिए। जबकि भाजपा ऐसे टूर प्लान करके सिर्फ पैसे बर्बाद कर रही है। भाजपा को भी इस टूर को खारिज करके यह राशि शहर के विकास में खर्च करनी चाहिए। टूर पर खर्च होंगे 30 लाख से ज्यादा
इस टूर पर 30 लाख रुपये से ज्यादा का खर्चा आ रहा है। इस पर प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने शुक्रवार को मंजूरी दी है। जबकि पिछले वर्षो से लेकर अब तक जितने भी टूर गए हैं उनमे लाखों रुपये बर्बाद करने के बावजूद इसका शहर को कोई फायदा नहीं मिला है। यह टूर 21 से 26 दिसंबर तक होगा। इसके लिए भाजपा के पार्षदों ने अपनी राय दे दी है।
पार्षदों को खुश करने के लिए बनाया गया टूर
मेयर राजेश कालिया का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इसलिए पार्षदों को खुश करने के लिए यह टूर बनाकर तोहफा देने का प्रयास किया है। मालूम हो कि अभी तक पार्षदों को यह भी नहीं पता है कि वह इस टूर में क्या स्टडी करने के लिए जा रहे हैं। अभी दो माह पहले नगर निगम के पार्षद लेह लद्दाख गुरुद्वारा में माथा टेकने के लिए गए थे जिसे गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में धार्मिक टूर का नाम दिया गया था। इस टूर में चार महिला पार्षदों की तबीयत खराब हो गई है। शहरवासी पार्षदों के स्टडी टूर का हमेशा ही विरोध करते रहें हैं। अब कांग्रेस भी विरोध कर रही है।