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सीनेट चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति, किसी को कोरोना का डर तो किसी को नियमों पर भरोसा

कुछ सदस्य जहां कोरोना के कारण चुनाव के खिलाफ है तो वहीं बाकी सदस्यों का कहना है कि नियमों का पालन करके आसानी से चुनाव हो सकते हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 03:11 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 03:11 PM (IST)
सीनेट चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति, किसी को कोरोना का डर तो किसी को नियमों पर भरोसा
सीनेट चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति, किसी को कोरोना का डर तो किसी को नियमों पर भरोसा

चंडीगढ़, [वैभव शर्मा]। पंजाब यूनिवर्सिटी में होने वाले सीनेट चुनाव को लेकर कैंपस में सरगर्मियां जोरो पर हैं। सीनेट चुनाव होंगे या नहीं इस पर पूरी तरह से सस्पेंस बना हुआ है। हालांकि सीनेट चुनाव की तारीख की घोषणा हो चुकी है। सीनेट चुनाव 13 या फिर 14 सितम्बर को कंडक्ट होंगे। इस समय कोरोना के कारण देश और शहर का जो हाल है, उसे देखते हुए कई सदस्यों ने चुनाव न कराने की बात कही है। वहीं, दूसरी ओर कई सदस्य यह कह रहे है कि एमएचए और दूसरी नॉम्स को फोलो करते हुए चुनाव आसानी से संपन्न हो सकता है।

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इस बात को लेकर सीनेट सदस्यों से दैनिक जागरण ने विषेश बातचीन में सीनेट चुनाव को लेकर उनकी व्यक्तिगत विचारों के बारे में पूछा। गौरतलब है कि सीनेट पीयू की जरनल बॉडी है। इसमें चंडीगढ़ सांसद किरण खेर से लेकर पंजाब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा राजनीति की कई नामी हस्तियां सदस्य हैं। उसके अलावा सीनेट पर कई बार आरोप भी लगते रहे है कि इस बैठक में स्टूडेंट्स के हितों को छोड़कर बाकी हर मुद्दों पर चर्चा की जाती है।

चुनाव को लेकर सीनेट सदस्यों का है यह कहना

इस समय चुनाव करवाना अपनी ओर दूसरों की जान खतरे में डालने के बराबर है। न तो अभी ऐसा माहौल है कि हम लोगों को पोलिंग बूथों पर वोट डालने के बुलाए। देश और शहर की क्या स्थिति है ये सबके सामने है। मेरे मायने में चुनाव को अभी स्थगित कर देना चाहिए या उसकी तारीख आगे बढ़ा देनी चाहिए।

डॉ. नीरू मलिक, सीनेट सदस्य।

प्रो. सुभाष शर्मा, सीनेट सदस्य।

देश में कोरोना वायरस पूरी तरह से हावी है। दिन प्रतिदिन केस की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में सीनेट चुनाव करवाना खतरे की निशानी है। वैसे भी सीनेट का कार्यकाल अक्तूबर तक का है। सिम्बर में चुनाव करवाने का कोई मतलब ही नहीं बनता। हमारे ज्यादातर वोटर 60 से अधिक उम्र के है।

प्रो. सुभाष शर्मा, सीनेट सदस्य।

डॉ. गुरमीत सिंह, सीनेट सदस्य।

पीयू के हित और इस समय के माहौल को देखते हुए सीनेट के चुनाव करवाए जाएं। उसके अलावा चुनाव के समय सभी नियमों को ध्यान में रखा जाए। सीनेट बैठक में बहुत से मुद्दे पास होते है जिनसे पीयू को फायदा होता है।

डॉ. गुरमीत सिंह, सीनेट सदस्य।

मैं चुनाव के हक में बिल्कुल भी नहीं हूं। वोट डालने के लिए हमारे पाङ्क्षलग बूथ न केवल पंजाब, बल्कि हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पुडुचेरी से लेकर कई राज्यों में बनाए जाते है। ऐसे में चुनाव करवाने के लिए दूसरे राज्य की सरकारे आदेश किस आधार पर देगी।

डॉ. अजय रंगा, सीनेट सदस्य।

डॉ. इकबाल सिंह संधू, सीनेट सदस्य।

कई राज्य में चुनाव सिर पर है और उनके आयोजन की तैयारियां हो रही है। उनके मुकाबलें में सरनेट चुनाव बहुत छोटा है। जब वो चुनाव हो सकते है तो ये क्यों नहीं। सभी प्रकार की गाइडलाइंस को फोलो करते हुए चुनाव करवाने चाहिए।

डॉ. इकबाल सिंह संधू, सीनेट सदस्य।

डॉ. शमिंदर संधू, सीनेट सदस्य।

चुनाव का आयोजन होना चाहिए। यह पीयू के हितों में है। उसके अलावा पीयू अथॉरिटी को इसके लिए पूरी सावाधानी बरतने की जरूरत है। चुनाव आयोजन में कोई भी घबराने की बात नहीं हैं।

डॉ. शमिंदर संधू, सीनेट सदस्य।


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