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पंचकूला का सीवरेज पानी बलटाना की गलियों में छोड़ने पर हुआ हंगामा

सोमवार बाद दोपहर बलटाना में माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब पंचकूला नगर निगम के अधिकारियों ने सेक्टर-19 से सीवरेज का पानी सीवर लाइन की जगह सीधे बलटाना की तरफ छोड़ दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 08:30 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 08:30 PM (IST)
पंचकूला का सीवरेज पानी बलटाना की गलियों में छोड़ने पर हुआ हंगामा
पंचकूला का सीवरेज पानी बलटाना की गलियों में छोड़ने पर हुआ हंगामा

जागरण संवाददाता, जीरकपुर : सोमवार बाद दोपहर बलटाना में माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब पंचकूला नगर निगम के अधिकारियों ने सेक्टर-19 से सीवरेज का पानी सीवर लाइन की जगह सीधे बलटाना की तरफ छोड़ दिया। आलम यह हुआ कि पंचकूला की गंदगी बलटाना की गलियों में फैल गई और गंदा पानी लोगों के घरों में घुस गया। उसी दौरान मौके पर जायजा लेने पहुंची वार्ड नंबर-5 की पार्षद नेहा शर्मा की पंचकूला नगर निगम के अधिकारियों से गहमा गहमी हो गई। हालात बेकाबू होते देख दोनों एरिया की संबंधित पुलिस मौके पर पहुंची जिन्होंने मामला शांत करवाया। घटना शाम करीब 5 बजे की है।

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पार्षद नेहा शर्मा ने आरोप लगाया कि पंचकूला सेक्टर-19 के घरों का सीवरेज पानी उनके एरिया में छोड़ा जा रहा है। बकायदा इसके लिए सीवर लाइन भी डाली गई है लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं हो रहा। पार्षद का आरोप है कि एक तरफ प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए हाईकोर्ट ने सख्त हिदायतें जारी की हुई हैं। साथ ही प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड भी इस बात को पूरी तरह से गलत मानता है कि नालों में सीवरेज का गंदा पानी किसी भी हाल में नहीं जाना चाहिए। लेकिन नगर निगम पंचकूला के अधिकारी जानबूझ कर सीवरेज को नालों में छोड़ रहे हैं, जिसका खामियाजा बलटाना की कई कॉलोनियों को भुगतना पड़ रहा है। इस मौके पर नेहा शर्मा के साथ बड़ी संख्या में बलटाना के लोग भी मौजूद थे। वहीं, दूसरी तरफ नगर निगम के जेई और सेक्टर -19 के लोग भी मौके पर एकत्रित हो गए। लॉ एंड ऑर्डर की उल्लंघना न हो इसके लिए दोनों एरिया की पुलिस भी पहुंची।

गंदा पानी रोकने के लिए बनाना पड़ा रैंप

पंचकूला सेक्टर-19 के घरों का सीवरेज पानी ओवरफ्लो होने के बाद सड़क के जरिए बलटाना क्षेत्र में आने से रोकने के लिए जीरकपुर नगर परिषद के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। जेई कुलवंत सिंह ने कहा कि गंदा पानी न सिर्फ नालों के जरिए पंजाब क्षेत्र में आ रहा है, बल्कि जब सेक्टर- 19 में सीवरेज ओवरफ्लो हो जाता है तो सड़क के माध्यम से भी गंदा पानी यहां पहुंच रहा है। गंदे पानी को रोकने के लिए बलटाना सीमा पर तारकोल के रैंप बनाने पड़े हैं। फिलहाल रैंप बनाने के दौरान गाड़ियों की एक लेन को बैरिकेड्स लगाकर रोका गया है ताकि यह टूटे नहीं।

कई एरिया में छोड़ा जा रहा पंचकूला का प्रदूषित पानी

लंबे समय से पंचकूला की तरफ से सीवरेज के साथ-साथ औद्योगिक इकाइयों का प्रदूषित पानी पंजाब एरिया में छोड़ा जा रहा है। इसको लेकर कई बार दोनों शहरों के अधिकारियों ने मीटिग भी की लेकिन अभी तक पंचकूला अपने क्षेत्र के गंदे पानी का समाधान नहीं कर सका है और सीवरेज के पानी को भी नालों में छोड़कर जीरकपुर के लिए प्रदूषण का खतरा तैयार कर रहा है। पार्षद नेहा शर्मा ने कहा कि ना सिर्फ प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड बल्कि एनजीटी को भी नगर निगम पंचकूला की शिकायत की जाएगी ताकि वह गंदा पानी हमारे एरिया में न छोड़े।


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