Tricity में प्लास्टिक बैन के लिए सेक्टरों और गांवों में हाेंगी प्रतियोगिताएं Chandigarh News
प्रशासक बदनौर ने कहा कि जिस तरह से शहरों के बीच स्वच्छता सर्वेक्षण होता है उसी तरह से सेक्टरों और गांवाें में प्लास्टिक यूज कम करने का कंपटीशन होना चाहिए।
जेएनएन, चंडीगढ़। चंडीगढ़ को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए सेक्टरों और गांवों की आपस में प्रतियोगिता होगी। प्लास्टिक इस्तेमाल को कम करने वाले सेक्टर और गांवाें को इसके लिए इंसेंटिव मिलना चाहिए। बुधवार को कैपिटल कांप्लेक्स में महात्मा गांधी की 150वीं बर्थ एनिवर्सरी पर प्लास्टिक मुक्त चंडीगढ़ कैंपेन की शुरुआत के दौरान प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने यह बात कही।
प्रशासक बदनौर ने कहा कि जिस तरह से शहरों के बीच स्वच्छता सर्वेक्षण होता है, उसी तरह से सेक्टरों और गांवाें में प्लास्टिक यूज कम करने का कंपटीशन होना चाहिए। कैपिटल कांप्लेक्स में ढाई हजार स्टूडेंट्स और वालंटियर्स को प्रशासक ने सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने की शपथ दिलाई।
एडवाइजर मनोज कुमार परिदा ने कहा कि जिस तरह से चंडीगढ़ मॉडर्न आर्किटेक्चर, ग्रीनरी में अलग पहचान रखती है, उसी तरह से प्लास्टिक यूजेज कम करने में भी चंडीगढ़ देश में मॉडल सिटी बनने जा रहा है। प्रशासन का पूरा फोकस शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने पर है।
जब प्रशासक बोले-खुद फेंककर तो नहीं उठवा रहे कचरा
कैंपेन लांच करने के बाद प्रशासक ने कैपिटल कांप्लेक्स में श्रमदान किया। प्रशासक बदनौर अधिकारियों से बोले कि यह कचरा खुद फेंका तो नहीं गया मुझसे उठवाने के लिए। इस पर अधिकारियों ने हंसते हुए पहले से गिरे होने की बात कही। मेयर राजेश कालिया ने कहा कि इस बार प्लास्टिक फ्री दीवाली होगी। एकत्रित प्लास्टिक वेस्ट की रिसाइ¨क्लग और डिस्पोजल के लिए तीन से 27 अक्टूबर तक प्लास्टिक फ्री दीवाली अभियान चलेगा। प्लास्टिक के लिए मारामारी कार्यक्रम के दौरान फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट ने टीशर्ट बांटी।