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Chandigarh Meeting:हरियाणा के कॉलेज जल्द ही पंजाब यूनिवर्सिटी से होंगे एफिलिएट, दोनों राज्यों के CM ने की बैठक

पंजाब विश्वविद्यालय में अब हरियाणा के कॉलेजों को भी एफिलिएट किया जाएगा। इसे लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बैठक की है। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि युवाओं के भविष्य के लिए पंजाब के कॉलेज भी यदि हरियाणा के साथ जुड़कर काम करना चाहें तो स्वागत है।

By Jagran NewsEdited By: Gurpreet CheemaPublished: Thu, 01 Jun 2023 12:16 PM (IST)Updated: Thu, 01 Jun 2023 12:35 PM (IST)
Chandigarh Meeting:हरियाणा के कॉलेज जल्द ही पंजाब यूनिवर्सिटी से होंगे एफिलिएट, दोनों राज्यों के CM ने की बैठक
हरियाणा के कॉलेज जल्द ही पंजाब यूनिवर्सिटी से होंगे एफिलिएट, दोनों राज्यों के CM ने की बैठक

चंडीगढ़, जागरण संवाददाता। पंजाब विश्वविद्यालय में अब हरियाणा के कॉलेजों को भी एफिलिएट किया जाएगा। दरअसल, इसे लेकर चंडीगढ़ के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल हुए।

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हरियाणा और पंजाब के सहयोग से अच्छी शुरुआत होगी: राज्यपाल

राज्यपाल ने इस दौरान कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बहुत विकास हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों तक भी शिक्षा की पहुंच हो, इसके लिए सभी सरकारों को काम करना चाहिए। उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों को कहा कि पंजाब यूनिवर्सिटी के जो विषय हैं उन पर आपसी सहमति से आगे बढ़ना चाहिए और हरियाणा के कॉलेजों की पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्धता का विषय कोई बहुत बड़ा विषय नहीं है, यह करना संभव है। हरियाणा और पंजाब के इस सहयोग से निश्चित रूप से एक अच्छी शुरुआत होगी।

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, जिसमें हरियाणा के कॉलेज का भी एफिलिएशन होना चाहिए। केंद्र के साथ मिलकर हरियाणा सरकार पंजाब विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाएगी ताकि विश्वविद्यालय समृद्ध बने और उसकी अवश्यकताएं भी पूरी हों।

पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 के तहत पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा राज्य का हिस्सा दिया गया था और हरियाणा के कॉलेज और क्षेत्रीय केंद्र पंजाब विश्वविद्यालय से संबद्ध थे, लेकिन 1973 को एक अधिसूचना जारी कर इसे समाप्त कर दिया गया।

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि युवाओं के भविष्य के लिए पंजाब के कॉलेज भी यदि हरियाणा के साथ जुड़कर काम करना चाहें तो स्वागत है। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर शिक्षा का प्रसार जितना हो उतना युवाओं के लिए फायदेमंद रहेगा।

चंडीगढ़ से होगी शुरुआत

उन्होंने कहा कि आज के युग में अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से भी राज्यों के कॉलेजों की संबद्धता हो रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य है कि सभी शिक्षण संस्थान देश की उन्नति में सहयोग करें और सभी राज्यों का आपसी संबंध और प्रगाढ़ हों। इसलिए हरियाणा के कॉलेजों की संबद्धता पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से की जाए।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंजाब सरकार को सुझाव दिया कि युवाओं के भविष्य के लिए पंजाब के कॉलेज भी यदि हरियाणा के साथ जुड़कर काम करना चाहें तो हम उनका स्वागत करते हैं।

अगली बैठक 5 जून को होगी

बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत मान ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए इन विषयों को अंतिम रूप देने के लिए कुछ समय मांगा। 5 जून को दोबारा सभी पक्षकारों की बैठक होगी।

इस बैठक में हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, पंजाब के मुख्य सचिव श्री विजय कुमार जंजुआ, हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना लोक संपर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल, उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक श्री राजीव रतन, सामान्य प्रशासन विभाग के विशेष सचिव श्री आदित्य दहिया, पंजाब विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो रेनू विग सहित पंजाब और चंडीगढ़ के उच्च अधिकारी भी उपस्थित रहे।


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