कोड ऑफ कंडक्ट में चली गई मेयर राजेश कालिया की सरकारी गाड़ी
19 मई तक मेयर से सभी अधिकार और सरकारी मशीनरी छीन गई है। चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ ही मेयर राजेश कालिया अब सरकारी गाड़ी में नही चल पाएंगे।
जासं, चंडीगढ़ : 19 मई तक मेयर से सभी अधिकार और सरकारी मशीनरी छीन गई है। चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ ही मेयर राजेश कालिया अब सरकारी गाड़ी में नही चल पाएंगे। यहां तक कि उन्हें सरकारी चालक भी नही मिलेगा। इस संबंध में मेयर राजेश कालिया को चुनाव विभाग के नियमो से निगम कमिश्नर केके यादव द्वारा अवगत करा दिया गया है। आचार संहिता के दौरान मेयर राजेश कालिया न तो अपने सरकारी कार्यालय और न ही अपने सरकारी निवास में किसी भाजपा नेताओ के साथ मुलाकात और बैठके कर सकेगे। मेयर को बताया गया है कि सरकारी गाड़ी का प्रयोग वह सिर्फ ऑफिस से घर और घर से ऑफिस जाने के लिए का सकते हैं। मेयर का कहना है कि वह इसके लिए भी अपनी निजी गाड़ी का प्रयोग करेंगे, क्योकि कार्यालय के बीच में उन्हें शहर में पार्टी की ओर से आयोजित कार्यक्रमो में भी जाना पड़ेगा।
मेयर बोले : मै यूज ही नही करूंगा सरकारी गाड़ी
जबकि चुनाव की घोषणा होने के साथ ही अब राजनीतिक कार्यक्रमो और जनसभाओ में भी जाना पड़ेगा। ऐसे में मेयर राजेश कालिया का कहना है कि वह सरकारी गाड़ी पूरी तरह से ही छोड़ देंगे। मालूम हो कि 15 दिन पहले ही मेयर राजेश कालिया को नई सरकारी गाड़ी मिली है। यह भी मेयर को स्पष्ट कर दिया गया है कि वे 19 मई मतदान तक फील्ड में निरीक्षण के दौरान किसी भी अधिकारी और कर्मचारी को बुला भी नही सकते और न ही कोई निर्देश दे सकते हैं। मेयर के पास नगर निगम की सदन की बैठक बुलाने का तो अधिकार है, लेकिन इस बैठक में कोई प्रस्ताव लाने और पास करने का अधिकार नही। ऐसे में अगर कोई आपातकालीन स्थिति में प्रस्ताव लेकर भी आना है, तो इसके लिए चुनाव विभाग से पहले मंजूरी लेनी पड़ेगी।