चंडीगढ़ नाइट क्लब में गे पार्टी में विवाद मामला, महंत तमन्ना का आरोप, कहा- जिन्होंने मारपीट की वह असली किन्नर नहीं
किन्नरों की इस घटना के बाद शनिवार को सेक्टर-20 स्थित रामलीला ग्राउंड में किन्नर समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस घटना की आलोचना की है। इस दौरान महंत तमन्ना ने कहा कि किन्नरों का मेडिकल करवाकर चंडीगढ़ वेलफेयर बोर्ड द्वारा दिया जाने वाला पहचान पत्र सही नहीं।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़। चंडीगढ़ के सेक्टर-17 स्थित नाइट क्बल वीरवार रात चल रही गे पार्टी के दौरान युवतियों और ट्रांसजेंडरों के बीच विवाद हो गया था। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को बीच बचाव के लिए आना पड़ा और युवतियों और किन्नरों को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। इसके बाद किन्नरों ने पुलिस स्टेशन के बाहर भी जमकर हंगामा किया।
इस हंगामे के दौरान किन्नर महंत तमन्ना सेक्टर-17 स्थित पुलिस स्टेशन पहुंची थी, जहां पर बिना शिकायत के उन्होंने हंगामा करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की। तमन्ना का आरोप था कि तालियां बजाकर जिस प्रकार से नकली किन्नर हरकतें कर रहे हैं वह असली किन्नर समाज पर धब्बा हैं। ऐसे में इन आरोपित किन्नरों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
किन्नरों की इस घटना के बाद शनिवार को सेक्टर-20 स्थित रामलीला ग्राउंड में किन्नर समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस घटना की आलोचना की है। इस दौरान महंत तमन्ना ने कहा कि किन्नरों का मेडिकल करवाकर चंडीगढ़ वेलफेयर बोर्ड द्वारा दिया जाने वाला पहचान पत्र सही नहीं। क्योंकि जो असली किन्नर होते हैं वह सड़कों पर हंगामा नहीं करते।
यूनिक पहचान पत्र बनवाने से इनकार
किन्नरों के अधिकारों को सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद चंडीगढ़ में ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड का गठन किया गया है। बोर्ड का चेयरमैन अतिरिक्त उपायुक्त को बनाया है जबकि मंगलमुखी ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की काजल मंगलमुखी को सचिव नियुक्त किया गया है। ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की बैठकों में किन्नरों की हरकतों पर नियंत्रण करने के लिए उनका यूनिक पहचान पत्र बनाने का प्रस्ताव बनाया गया था, लेकिन उसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है।
महंत तमन्ना ने कहा कि ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड ने किन्नरों के साथ गे कैटेगरी को बनाया है जो कि पूरी तरह से गलत है। बोर्ड द्वारा बनाए गए नियमों में संशोधन होना चाहिए। यूनिक पहचान पत्र पर तमन्ना ने कहा कि किन्नर कभी भी सड़कों पर भीख नहीं मांगते और न ही मारपीट जैसे काम करते हैं।