ली काबरूजिए के कारण ही आज सिटी ब्यूटीफुल कहलाता है चंडीगढ़ : वीपी सिंह बदनौर Chandigarh News
बदनौर ने कहा कि देश के कई हिस्सों में नए शहरों की स्थापना के लिए चंडीगढ़ को ही कॉपी किया जाता है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने कहा है कि स्थापना के कई दशकों बाद भी चंडीगढ़ की पहचान सिटी ब्युटीफुल के रूप में होती है। इसका श्रेय यहां के वास्तुकार ली कार्बूजिए को जाता है। इसलिए यहां की धरोहर में छेड़छाड़ किए बगैर ही इसकी सुंदरता को बरकरार रखने की दिशा में प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। बदनौर शनिवार को सेक्टर-17 स्थित परेड ग्राउंड में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स व इंडियन प्लंबिंग एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित सातवें तीन दिवसीय आर्किबिल्ड का उद्घाटन करने के बाद उद्योगपतियों, आर्किटेक्चरल सेक्टर से जुड़े प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्षों पहले डिजाइन किया गया चंडीगढ़ आज भी आर्किटेक्चरल क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए शोध का केंद्र है। यही कारण है कि देश के कई हिस्सों में नए शहरों की स्थापना के लिए चंडीगढ़ को ही कॉपी किया जाता है। पार्किंग और ट्रैफिक की समस्या का निवारण जरूरी बदनौर ने कहा कि इस समय चंडीगढ़ की सबसे बड़ी समस्या पार्किग व लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक की है। जिसके मद्देनजर भविष्य में इमारत निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने निजी क्षेत्र से जुड़े लोगों से आह्वान किया कि प्राइवेट क्षेत्र की इमारतों में भी जहां भविष्य की जरूरतों के अनुसार निर्माण किया जाए, वहीं, सोलर प्रणाली को बढ़ावा देना भी समय की मांग है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष संजय टंडन ने कहा कि चंडीगढ़ में आर्किटेक्ट को चाहिए कि वह भवन के नक्शे इस तरह से डिजाइन करें जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिल सके। चंडीगढ़ की सुंदरता को बचाए रखने के सभी को एकजुटता के साथ काम करना होगा। भवन निर्माण क्षेत्र के बदलावों की तरफ दिलाया ध्यान इससे पहले प्रशासक का यहां पहुंचने पर स्वागत करते हुए पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चंडीगढ़ चैप्टर के को-चेयरमैन मधु सूदन विज ने कहा कि चैंबर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आर्किबिल्ड के दौरान विशेषज्ञों द्वारा भवन निर्माण के क्षेत्र में आ रहे बदलाव तथा नई तकनीक के बारे में मंथन किया गया है।
मौके पर पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स के प्रिंसिपल निदेशक डॉ. रणजीत मेहता, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स के चेयरमैन मनमोहन खन्ना, पंजाब चैप्टर के चेयरमैन आरएस सचदेवा, को-चेयरमैन करण गिल्होत्रा मौजूद थे। राज्यपाल ने हिंदी में दिया भाषण पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासन वीपी ¨सह बदनौर जब शनिवार को परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे तो संजय टंडन ने उनका ध्यान हिंदी दिवस की तरफ दिलाया। जिसके बाद राज्यपाल ने कहा कि वैसे तो उनका भाषण अंग्रेजी भाषा में है लेकिन हिंदी राष्ट्र में यह हिंदी दिवस की तोहीन होगी। जिसके चलते उन्होंने बगैर देखे ही अपना भाषण हिंदी में दिया।
नेताओं के नाम पर सड़क का नाम रखने के प्रस्ताव आते रहते हैं
बदनौर ने कहा कि देश के अन्य शहरों की तर्ज पर चंडीगढ़ में भी सड़कों के नाम नेताओं के नाम पर रखने तथा कई सार्वजनिक स्थानों पर चंडीगढ़ से जुड़े नेताओं की प्रतिमाएं लगाने के प्रस्ताव आते रहते हैं लेकिन चंडीगढ़ शायद देश का पहला ऐसा राज्य है जहां किसी भी नेता के नाम पर सड़क नहीं है और किसी भी नेता की प्रतिमा नहीं है। यह ली कार्बूजिए का खौफ ही है जो हमने आजतक इस तरह के किसी भी प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगाई।
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