दूसरी लहर में खुद को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे शहर के डॉक्टर
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में चंडीगढ़ के डॉक्टर्स संक्रमण की चपेट में तो आए लेकिन संक्रमण की वजह से जान का जोखिम नहीं उठाना पड़ा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कोरोना महामारी की दूसरी लहर में चंडीगढ़ के डॉक्टर्स संक्रमण की चपेट में तो आए, लेकिन संक्रमण की वजह से जान का जोखिम नहीं उठाना पड़ा। वह खुद को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे। जबकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए)का दावा है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पूरे देश में 719 डॉक्टरों की कोरोना से मौत हुई। शहर में दूसरी लहर में एक भी डॉक्टर की कोरोना से मौत दर्ज नहीं की गई। जबकि नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य हेल्थ केयर वर्कर को मिलाकर दूसरी लहर में पांच लोगों की मौत हुई है। दूसरी लहर में पंजाब और हरियाणा में तीन-तीन डॉक्टरों की हुई मौत
आइएमए का दावा है कि दूसरी लहर में कोरोना की चपेट में आने के कारण पंजाब में तीन और हरियाणा में तीन डॉक्टरों की मौत हो गई। जबकि पंजाब और हरियाणा में 100 से अधिक हेल्थ केयर वर्करों की मौत कोरोना की चपेट में आने के कारण हुई है। कोरोना से शहर में अब तक हुई 789 की मौत
कोरोना से अब तक 789 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 61,056 लोगों में वायरस की पुष्टि हो चुकी है। 540 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है। अब तक 59,727 संक्रमित मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। हालांकि शहर में अब कोरोना संक्रमण की स्थिति में देश के अन्य हिस्सों की तरह तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। दूसरी लहर में किस राज्य में कितने डॉक्टर्स की कोरोना से हुई मौत
राज्य व यूटी डॉक्टरों की मौत
दिल्ली 109
हरियाणा 03
पंजाब 03
जम्मू-कश्मीर 03