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सीएचबी ने अवैध पीजी को लेकर शुरू की चेकिग

एस्टेट ऑफिस के बाद अब चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड (सीएचबी) ने भी अपने मकानों में चल रहे पेइंग गेस्ट (पीजी) की चेकिग शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Feb 2020 10:36 PM (IST)Updated: Thu, 27 Feb 2020 10:36 PM (IST)
सीएचबी ने अवैध पीजी को लेकर शुरू की चेकिग
सीएचबी ने अवैध पीजी को लेकर शुरू की चेकिग

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : एस्टेट ऑफिस के बाद अब चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड (सीएचबी) ने भी अपने मकानों में चल रहे पेइंग गेस्ट (पीजी) की चेकिग शुरू कर दी है। एस्टेट ऑफिस की इन्फोर्समेंट विग ने वीरवार से अलग-अलग सेक्टरों में बने बोर्ड के मकानों की चेकिग शुरू की। सेक्टर वाइज यह अभियान चलाया जा रहा है। चंडीगढ़ में बोर्ड के करीब 20 हजार मकान हैं। इनमें ईडब्ल्यूएस कैटेगरी से लेकर हाई इनकम ग्रुप कैटेगरी के फ्लैट भी शामिल हैं। बहुत से मकानों को लोगों ने रेंट पर दिया हुआ है तो कई मकानों में अवैध पीजी चल रहे हैं। बोर्ड के मकानों की हालत तो एस्टेट ऑफिस की प्रॉपर्टी से भी बुरी है। बोर्ड के मकानों में अलॉटियों ने बालकनी, कंटीलीवर और फ्रंट बैक कोर्टयार्ड सब कवर कर रखा है। कई जगह तो हालत ऐसी है कि हादसा होने पर काबू पाना भी मुश्किल होगा। ईडब्ल्यूएस मकानों में सबसे ज्यादा दिक्कत है। साथ लगती गवर्नमेंट जमीन पर भी कब्जा कर मकान से जोड़ लिया गया है। अतिरिक्त कमरे बनाकर रेंट पर या पीजी चलाए जा रहे हैं। सेक्टर-32 अग्निकांड के बाद एस्टेट ऑफिस लगातार चेकिग अभियान चला रहा है। अभी तक 50 से अधिक पीजी को शोकॉज नोटिस जारी किया जा चुका है। 20 से अधिक पीजी संचालक खुद पीजी पर ताला जड़ चुके हैं। बोर्ड वॉयलेशन पर कर रहा कार्रवाई

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सीएचबी इन्फोर्समेंट विग पहले से ही मिसयूज और वॉयलेशन के खिलाफ अभियान छेड़कर कार्रवाई कर रहा है। अवैध निर्माण पर तुरंत नोटिस देकर निर्माण तोड़ा जा रहा है। इसका खर्च भी मकान मालिक से ही वसूला जा रहा है। रोजाना चार से पांच ऐसे मकान तोड़े जा रहे हैं। बहुत से मकानों की अलॉटमेंट कैंसलेशन रद भी की जा रही है।


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