आईटी पार्क में पंजाब व हरियाणा को मकान बनाकर देगा सीएचबी
आईटी पार्क की 123 एकड़ जमीन कई बार ऑक्शन रखने के बाद भी नीलाम नहीं हुई। अब इस जमीन पर चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) पंजाब और हरियाणा सरकार को मकान बनाकर देगा।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़
आईटी पार्क की 123 एकड़ जमीन कई बार ऑक्शन रखने के बाद भी नीलाम नहीं हुई। अब इस जमीन पर चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) पंजाब और हरियाणा सरकार को मकान बनाकर देगा। पंजाब-हरियाणा अपने इंप्लाइज को यह मकान अलॉट कर सकेंगे। सीएचबी ने दोनों राज्यों को चिट्ठी लिखकर यह प्रस्ताव रखा है। अगर दोनों राज्य इस पर राजी होते हैं और सीएचबी को इसके लिए पेमेंट कर देते हैं तो मकानों का निर्माण शुरू हो जाएगा। शर्त यह रखी गई है कि पेमेंट एडवांस में करनी होगी। प्रति फ्लैट या इंडीपेंडेंट हाउस के हिसाब से सीएचबी चार्ज करेगा। हालांकि रेट कितने होंगे इसका अंतिम फैसला पंजाब और हरियाणा राज्य की सहमति मिलने के बाद ही होगा। आईटी पार्क शहर की सबसे प्राइम लोकेशन में से एक है। यहां से वादियां तो नजर आती ही हैं शहर से दूर होने की वजह से शांति भी है। उस कारण इस जमीन के रेट भी काफी अधिक हैं। नवंबर-दिसंबर 2017 में सीएचबी ने इस जमीन को 13 अलग-अलग साइट में बांटकर ई-ऑक्शन के जरिए बेचना चाहा। इनमें 7 रेजिडेंशियल और 6 कॉमर्शियल साइट शामिल थी। पर महंगी अधिक होने के कारण सिर्फ पेट्रोल पंप की सबसे छोटी साइट ही बिक सकी। 8.23 एकड़ की हॉस्पिटल साइट का रिजर्व प्राइज 344 करोड़
आईटी पार्क की बेशकीमती जमीन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां 8.23 एकड़ की हॉस्पिटल साइट का लीजहोल्ड बेस पर रिजर्व प्राइज 344.3 करोड़ रुपये रखा गया था। लीज होल्ड बेस पर 4.50 एकड़ के स्कूल प्लॉट का रिजर्व प्राइज 188.37 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया था। रेजिडेंशियल प्लॉट को फ्री होल्ड बेस पर नीलाम किया जाना तय हुआ था। 4.55 एकड़ के प्लॉट का रिजर्व प्राइज 181.39 करोड़ रुपये, दूसरी साइट के भी रिजर्व प्राइज इसी तरह से निर्धारित किए गए थे। अभी तक की सबसे महंगी डील इसे माना जा रहा था। देश ही नहीं विदेशों के बिडर के लिए भी इसे ओपन किया गया था। कई तरह की शर्तो में ढील भी दी गई। पहले साइट की पेमेंट 6 किस्तों में देनी थी लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 10 भी कर दिया गया। बावजूद इसके किसी ने खरीददार ने रूचि नहीं दिखाई। जिस कारण अब सीएचबी ने पंजाब और हरियाणा सरकार के सामने प्रस्ताव रखा है। पाश्र्र्वनाथ डेवलपर्स से वापस मिली थी जमीन
2006 में सीएचबी ने यह 123 एकड़ जमीन पाश्र्र्वनाथ डेवलपर्स लि. बिल्डर को अलॉट की थी। पर किन्हीं कारणों से बिल्डर इस जमीन को डेवलप नहीं कर पाया और उसने अपने पैसे वापस मांगने शुरू कर दिए। उसके बाद बिल्डर कोर्ट चला गया। 2015 में सीएचब ने बिल्डर को 527 करोड़ रुपये लौटा कर जमीन वापस ले ली। --- पंजाब और हरियाणा सरकार को लेटर भेजा गया है। जिसमें आईटी पार्क की जमीन पर उनके इंप्लाइज के लिए मकान बनाने का प्रस्ताव रखा है। अगर वह रूचि दिखाते हैं तो बोर्ड उनको यह मकान बनाकर देगा।
हरीश नैय्यर, सीईओ, सीएचबी।