चंडीगढ़ में दोगुना नहीं, पांच से आठ गुना बढ़कर आ रहे पानी के बिल, फ्लैट रेट ने उड़ाए शहरवासियों के होश
चंडीगढ़ में एक लाख 70 हजार पानी के कनेक्शन है। पानी का बिल काफी ज्यादा आने पर शहरवासी नगर निगम पहुंच रहे हैं। कुल राशि पर 30 फीसद सीवरेज सेस लगने से पानी का बिल काफी बढ़ गया है।
चंडीगढ़, [राजेश ढल्ल]। शहर में इस समय बढ़े हुए पानी के रेट के बिल आने के कारण त्राहि-त्राहि मच गई है। नगर निगम ने दोगुना रेट बढ़ाने का दावा किया था लेकिन असल में अब जो बिल मिल रहे हैं वह पांच से आठ गुना बढ़कर मिल रहे है। सबसे ज्यादा असर शहर के गांव और कालोनियों के उन घरों पर पड़ा है, जिनके यहां पर फ्लैट रेट पर पानी का बिल आता था। लेकिन अब इनके यहां पर पांच गुना बढ़कर बिल आए।
शहर के सेक्टरों में पानी का बिल काफी ज्यादा आने पर शहरवासी नगर निगम पहुंच रहे हैं। कुल राशि पर 30 फीसद सीवरेज सेस लगने से पानी का बिल काफी बढ़ गया है। कई गुना बढ़े हुए पानी के बिल आने पर शहरवासियों का रोष बढ़ते देखकर भाजपा पार्षदों की धड़कने लग गई हैं, क्योंकि अगले साल नगर निगम चुनाव है और कांग्रेस इसे मुद्दा बनाने की रणनीति बना रही है। चंडीगढ़ में एक लाख 70 हजार पानी के कनेक्शन है।
100 से बढ़ाकर किया 500, 30 फीसद सीवरेज सेस अलग से
नगर निगम ने कालोनियों के ईडब्लयूएस कालोनी में रहने वाले हर घर का पानी बिल प्रति माह 100 रुपये से बढ़ाकर 500 कर दिया। इसके साथ ही रेट बढ़ाने के साथ इन लोगाें के लिए मीटर लगाना अनिवार्य कर दिया है। अगर इन लोगों ने छह माह के भीतर मीटर नहीं लगवाया तो इन लोगों से 500 की बजाय प्रति माह एक हजार रुपये पानी का बिल चार्ज किया जाएगा जब तक कि वह मीटर नहीं लगा लेते। इसी तरह से गांव में अनमीटर वाटर कनेक्शन पर यह फैसला लागू हो जाएगा। गांवों में यही नियम लागू होगा। गांव में जिन लोगाें के घरों में मीटर नहीं लगा है उनका हर माह आने वाला पानी का बिल 150 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया गया है। अगर यहां पर भी छह माह तक मीटर नहीं लगाया गया तो प्रति माह का बिल 800 रुपये हो जाएगा।
आठ हजार कनेक्शनों पर लिया जा रहा फ्लैट रेट
चंडीगढ़ नगर निगम की ओर से शहर में हर घर को दो माह का पानी का बिल एक साथ भेजा जाता है। नगर निगम के अनुसार ऐसे गांव और कालोनियों में छह से आठ हजार कनेक्शन हैं जहां पर मीटर न लगने से पानी का फ्लैट रेट ही चार्ज किया जा रहा है। ऐसे में बिना मीटर के पानी की सप्लाई दस गुना महंगी हो जाएगी। कई सालों से ऐसे हजारों घरों में फ्लैट रेट ही चार्ज किया जा रहा था।अधिकारियों का कहना है कि बढ़े हुए रेट चार्ज करने के बाद भी हर साल घाटा 80 करोड़ का है।जबकि धनास में लाल डोरे के बाहर दस घरों को 50 हजार रुपये का बिल भी आया है।
290 रुपये से बढ़कर 1340 रुपये हुआ बिल
धनास हाउसिंग बोर्ड रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखदेव सिंह का कहना है कि उनके यहां पर दो माह का बिल हर माह 290 रुपये आता था लेकिन अब हर घर में 1340 रुपये का बिल आया है।उनका कहना है कि लोगों में काफी रोष है।उनका कहना है कि कोरोना काल में तो राहत देने की बजाय लोगों को तंग किया जा रहा है। पहले से लोग महंगाई से तंग है।उनका कहना है कि जल्द ही प्रतिनिधिमंडल नगर निगम कमिश्नर और मेयर को मिलेगा।
भाजपा ने दिया राहत का आश्वासन
भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद का कहना है कि पानी के रेट कम करने के लिए उनकी सलाहकार से बात हो चुकी है। प्रशासन की अधिसूचना जारी होने के बाद भाजपा पार्षदों ने डेढ़ माह पहले सदन में रेट कम करने का प्रस्ताव पास किया था।उसे ही प्रशासन से रिवाइज करवाया जाएगा। उनका कहना है कि लोगों को राहत जरूर मिलेगी।
कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा
कांग्रेस नेता एवं पूर्व मेयर सुभाष चावला का कहना है कि इस समय पानी के बिल कई गुना बढ़कर आने से शहर में त्राहि-त्राहि मची हुई है। उनका कहना है कि कांग्रेस का जब तक नगर निगम में मेयर रहा तब तक पानी के रेट नहीं बढ़े। इस समय 28 फीसद पानी लीकेज के कारण बर्बाद हो रहा है, जिसे रोकने की कोई योजना नहीं है।