चंडीगढ़ में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने नहीं आ रहे किशोर, प्रशासन की बढ़ी मुश्किल, अब घर पर लगेगा टीका
कई महीने बीतने के बाद भी 15 से 18 आयु वर्ग में बच्चों को शत प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हो पाई है। पहली डोज का लक्ष्य तो 20 दिन पहले हासिल कर लिया गया था लेकिन दूसरी डोज लगवाने किशोर नहीं आ रहे।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। कोरोना संक्रमण थम नहीं रहा है। रोजाना कोविड के नए मामले आ रहे हैं। इससे बचने के लिए वैक्सीनेशन को ही अभी तक सबसे बड़ा और मजबूत हथियार माना गया है। वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद जिस तरह का उत्साह चंडीगढ़ वासियों ने दिखाया था। वैसा उत्साह अब बच्चों के टीकाकरण को लेकर नहीं दिख रहा है।
प्रशासन बच्चों को टीका लगाने में निर्धारित लक्ष्य को हासिल नहीं कर पा रहा है। लक्ष्य को फिर आगे बढ़ाया जा रहा है। कई महीने बीतने के बाद भी 15 से 18 आयु वर्ग में बच्चों को शत प्रतिशत वैक्सीनेशन नहीं हो पाई है। पहली डोज का लक्ष्य तो 20 दिन पहले हासिल कर लिया गया था, लेकिन दूसरी डोज लगवाने किशोर नहीं आ रहे। अब स्कूलों की छुट्टियों ने हेल्थ डिपार्टमेंट की मुश्किल और बढ़ा दी हैं। पहले स्कूलों की मदद से वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा था। अब छुट्टियां होने से बच्चे स्कूल नहीं आएंगे। इससे लक्ष्य को हासिल करने की दिक्कत और बढ़ेगी।
62 फीसद को ही दूसरी डोज लग पाई
मई माह के शुरू में 15 से 18 आयु वर्ग में कोविड वैक्सीनेशन की पहली डोज लगने का 100 फीसद लक्षय हासिल किया था। इसी दौरान दूसरी डोज को भी एक सप्ताह में 100 फीसद करने का लक्षय रखा गया था। लेकिन तीन सप्ताह बीतने के बाद भी अभी 62 फीसद को ही दूसरी डोज लग चुकी है। इस आयु वर्ग में 72 हजार कुल लक्षित आबादी है। इसमें से 45 हजार 349 को ही अभी तक दूसरी डोज लग पाई है। मंगलवार को केवल 117 को दूसरी डोज लग पाई। इसी तरह से 12-14 आयु वर्ग में अभी तक पहली डोज भी 100 फीसद नहीं लग पाई है। पहली डोज 70 फीसद तो दूसरी 21 फीसद को ही लगी है। मंगलवार को 232 बच्चों को ही कोविड वैक्सीन लगी।
डोर स्टेप पर लगेगी वैक्सीन
अब गर्मियों की छुट्टियों को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट ने वैक्सीनेशन एट डोर स्टेप पर मुहिम शुरू करने की योजना तैयार की है। इसमें बच्चों को घरों पर ही पहुंचकर टीम वैक्सीनेशन करेगी। एक-एक बच्चे को कवर करने के लिए यह अभियान चलाया जाएगा।