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Chandigarh University Girls MMS: हास्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स के लिए खास टिप्स, इन बातों पर जरूर अमल करें

Chandigarh University Girls MMS मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं के नहाते हुए वीडियो वायरल मामले के बाद हास्टल में रहने वाले छात्र छात्राओं के लिए कुछ जरूरी सुझाव हैं जिन पर अगल करने की खास जरूरत है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Sun, 18 Sep 2022 02:23 PM (IST)Updated: Sun, 18 Sep 2022 02:23 PM (IST)
Chandigarh University Girls MMS: हास्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स के लिए खास टिप्स, इन बातों पर जरूर अमल करें
Chandigarh Girls Hostel MMS: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के हास्टल में छात्राओं का वीडियो वायरल हुआ है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Punjab MMS Scandal: मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुए 60 छात्राओं के नहाते हुए वीडियो वायरल मामले के बाद स्कूल, कालेज और यूनिवर्सिटी समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में हास्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स खासकर गर्ल्स स्टूडेंट्स को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। 

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ऐसे में इस तरह की चूक भविष्य में न हो इसके लिए कुछ बातों का जनाना जरूरी है। चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से यह टिप्स सुझाए गए हैं। स्कूल, कालेज और यूनिवर्सिटी के हास्टल में रहने वाले स्टूडेंट अक्सर एक-दूसरे के मोबाइल, लैपटॉप और अन्य इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में हर स्टूडेंट की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी प्राइवेसी किसी के साथ शेयर न करें। सबसे अहम बात कि मोबाइल, लैपटाप और कंप्यूटर का किसी को पासवर्ड ना बताएं।

अगर कोई स्टूडेंट हास्टल में रहता है तो उसको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उसके मोबाइल लैपटाप या फिर कंप्यूटर को खोलने से पहले जो पासवर्ड डाला जाता है वह उसके ईमेल अकाउंट या फिर मोबाइल नंबर के साथ सेफ्टी के तौर पर लिंक हो ताकि अपनी आइडी खोलने से पहले वह ओटीपी के जरिए पुष्टि हो सके कि वह स्टूडेंट ही अपनी आइडी को खोल रहा है।
हास्टल में रहने वाले स्टूडेंट को अक्सर यह ध्यान देना चाहिए कि जब वह अपने सोशल मीडिया या इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हो तो वह गूगल या अन्य किसी सोशल मीडिया पर कोई इंटरनेट एक्टिविटी कर रहे हैं तो उसकी जानकारी किसी अन्य के साथ शेयर न करें
स्कूल कालेज और यूनिवर्सिटी प्रबंधन को यह चाहिए कि वह जो कैंपस में स्टूडेंट को इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं उसका वाईफाई कनेक्शन पूरी तरह से सुरक्षित हो। वाईफाई कनेक्शन को सुरक्षित रखने के लिए प्रबंधन को चाहिए कि वह समय-समय पर इसके पासवर्ड को रिन्यू करते रहें ताकि कोई भी वाईफाई का इस्तेमाल कर साइबर क्राइम ना कर सके।
स्कूल, कालेज और यूनिवर्सिटी के हास्टल में रहने वाले स्टूडेंट के साथ अगर कोई साइबर क्राइम होता है तो उन्हें इसकी जानकारी तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर देनी चाहिए। स्टूडेंट्स के लिए यह भी ध्यान देना जरूरी है कि जब वह संस्थान के किसी कंप्यूटर लैब या सर्फिंग प्वाइंट का इस्तेमाल करते हैं तो उस समय वह किसी भी लैपटाप या कंप्यूटर में जब अपनी ईमेल आईडी या किसी अकाउंट को लागइन करते हैं तो उसके इस्तेमाल के बाद कंप्यूटर और लैपटाप की हिस्ट्री में जाकर सर्फिंग किए गए सभी अकाउंट को आवश्यक रूप से डिलीट करें।

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