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लॉकडाउन में बधाई से मिले रुपयों से भरा सैकड़ों लोगों का पेट, चंडीगढ़ की ट्रांसजेंडर सोनाक्षी गोशाला में भी देती हैं दान

चंडीगढ़ की ट्रांसजेंडर सोनाक्षी ने लॉकडाउन के दौरान पहले गोशाला सेक्टर-45 में जाकर दान किया ताकि वहां रह रहीं गायों को भरपेट चारा मिल सके। गोशाला में दान करने के बाद सोनाक्षी महंत ने शहर के अलग-अलग मंदिरों और गुरुद्वारों में जाकर जरूरतमंदों के लिए राशन दान दिया।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 04:23 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 04:23 PM (IST)
लॉकडाउन में बधाई से मिले रुपयों से भरा सैकड़ों लोगों का पेट, चंडीगढ़ की ट्रांसजेंडर सोनाक्षी गोशाला में भी देती हैं दान
चंडीगढ़ की ट्रांसजेंडर सोनाक्षी महंत की फाइल फोटो।

चंडीगढ़ [सुमेश ठाकुर]। कोरोना काल में सबसे बड़ी समस्या भरपेट भोजन की है। वर्ष 2020 में जब कोरोना की शुरुआत हुई और लॉकडाउन में सब कुछ बंद हो गया तो उस समय गरीब और जरूरदमंद लोगों के सामने रोटी का सवाल पैदा हो गया था। इंसान के साथ जानवरों की भी देखभाल की जानी थी। तब इस ओर ध्यान दिया धनास डेरे की ट्रांसजेंडर सोनाक्षी महंत ने। सोेनाक्षी ने लॉकडाउन के दौरान पहले गोशाला सेक्टर-45 में जाकर दान किया ताकि वहां रह रहीं गायों को भरपेट चारा मिल सके। गोशाला में दान करने के बाद सोनाक्षी महंत ने शहर के अलग-अलग मंदिरों और गुरुद्वारों में जाकर जरूरतमंदों के लिए राशन दान दिया।

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किसी का पेट भरना सबसे बड़ा कर्मः सोनाक्षी महंत

सोनाक्षी महंत ने लॉकडाउन के दौरान गोशाला सेक्टर-45 के अलावा विभिन्न मंदिरों में करीब एक लाख रुपये के राशन का दान किया। सोनाक्षी के अनुसार उन्हें जो भी मिला, वह लोगों ने खुशी में बधाई के तौर पर उन्हें दिया था। इस कमाई को यदि मैं दूसरों का पेट करने के लिए लगा सकी तो यह मेरी सबसे बड़ी खुशकिस्मती है। मैं हर साल सांई मंदिर सेक्टर-29 में पहुंचकर लंगर लगवाती हूं। इसमें 30 से 40 हजार लोगों को लंगर मुहैया कराया जाता है। लंगर लगाने में करीब एक लाख रुपये लगते हैं।

लॉकडाउन में मंदिरों और गुरुद्वारों में किया दान

मैंने कोरोना महामारी के दौरान साईं मंदिर सेक्टर-29 में जाकर लंगर लगाने के बजाए उन मंदिर और गुरुद्वारों में दान दिया। यहां से भी जरूरतमंद लोगों का पेट भर रहा है। किसी का पेट भरना मेरा और मेरे समुदाय का सबसे बड़ा कर्म है। यह करके मैं खुश भी हूं। मुझे लगता है कि मैंने नेक कर्म किया है। मैं हर इंसान से अपील करती हूं कि यदि किसी के पास कुछ है तो वह दूसरों का पेट भरने और किसी का भला करने के लिए लगाए। उस व्यक्ति की दुआएं आपको मिलेंगी।

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