पानी के रेट्स पर फासवेक खोलेगा प्रशासन के खिलाफ मोर्चा, कहा-पहले पानी की बर्बादी रोके निगम
फासवेक के चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा कि प्रशासन को बढ़े हुए रेट्स का फैसला वापस लेना चाहिए। इस समय 25 फीसद से ज्यादा पानी लीकेज के कारण बर्बाद हो रहा है। अगर यह बर्बादी रोक ली जाए तो रेट बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। शहरवासियों को अगला पानी का बिल बढ़े हुए रेट्स के हिसाब से आएगा। इस बीच शहर की रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने फासवेक के नेतृत्व में पानी के बढ़े हुए रेट्स को लेकर यूटी प्रशासन और नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोलने का फैसला लिया है। इसकी घोषणा फासवेक के पदाधिकारी बुधवार को सेक्टर-43 में करेंगे। फासवेक ने नगर निगम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन करने का भी फैसला लिया है।
फासवेक के चेयरमैन बलजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा कि नगर निगम के फैसले पर मुहर लगाते हुए प्रशासन ने पानी के रेट तीन से चार गुणा बढ़ाने का फैसला लिया है जो कि जायज नहीं है। उन्होंने कहा कि 60 किलोलीटर से ऊपर की स्लैब का रेट सीधे आठ रुपये से बढ़ाकर 24 रुपये कर दिया गया है। गर्मियों में एक परिवार इतने पानी का प्रयोग आराम से कर लेता है। ऐसे में लोगों पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है। बिट्टू का कहना है कि वार्ड वाइज भी प्रदर्शन किए जाएंगे। प्रशासन को बढ़े हुए रेट्स का फैसला वापस लेना चाहिए। इस समय 25 फीसद से ज्यादा पानी लीकेज के कारण बर्बाद हो रहा है। अगर यह बर्बादी रोक ली जाए तो रेट बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि रेट्स बढ़ाने की अधिसूचना जारी होने से पहले प्रशासन ने शहरवासियों से आपतियां और सुझाव मांगे थे, उस समय भी फासवेक ने रेट बढ़ाने का विरोध किया था लेकिन उनके सुझाव पर प्रशासन ने गौर नहीं किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रशासन को राहत देने का काम करना चाहिए जबकि इसके विपरीत बोझ डालने और परेशान किया जा रहा है।