चंडीगढ़, पंजाब और अब PU में भी AAP, पार्टी का अगला टारगेट यूटी मेयर इलेक्शन और लोकसभा चुनाव 2024
आम आदमी पार्टी ने दिसंबर 2021 में चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जीती थी। उसके बाद फरवरी 2022 में पंजाब में सबसे ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाई। अब पीयू में प्रेसिडेंट पद का चुनाव जीता है।
आनलाइन डेस्क, चंडीगढ़। Chandigarh Politics: पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ (PU) में दो साल बाद छात्रसंघ चुनाव हुए और आम आदमी पार्टी (AAP) की छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति (CYSS) ने पीयू की प्रधानगी पर कब्जा कल लिया। आप ने पहली बार पीयू छात्रसंघ चुनाव में केवल प्रेसिडेंट पद पर कैंडिडेट उतारा और जीत भी हासिल की। सीवाईएसएस के आयूष खटकड़ पीयू के नए प्रेसिडेंट बने हैं।
पंजाब यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति पर पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ समेत हिमाचल के राजनीतिक दलों की नजर रहती है। वहीं अब पीयू में कब्जा जमाने के बाद आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद हैं। सहीं मायनों में यह आप की बड़ी जीत है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार और चंडीगढ़ नगर निगम में भी आप के सबसे ज्यादा 14 पार्षद हैं। हालांकि निगम में मेयर भाजपा का है, लेकिन अब अगले साल जनवरी में होने वाले मेयर चुनाव में आप अपना मेयर बनाने की प्रबल दावेदार पेश कर रही है।
आप की रणनीति विरोधियों पर भारी
पीयू चुनाव में चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के राजनीतिक दलों ने भी अपने-अपने छात्र संगठनों के उम्मीदवारों को उतारा था। भाजपा और जजपा के एबीवीपी व इनसो के बीच गठबंधन भी हुआ था। बावजूद उनका प्रधान पद उम्मीदवार हरिश गुज्जर सीवाईएसएस के आयूष खटकड़ से साढ़े 6 सौ से भी ज्यादा वोटों से हार गए। आप की रणनीति विरोधी दलों पर भारी साबित हुई। क्योंकि पीयू चुनाव में रणनीति तैयार करने में आप सीनियर नेताओं ने अहम भूमिका निभाई है। पंजाब आप नेताओं ने भी काफी सहयोग किया। ऐसे में पीयू में आप की जीत से चंडीगढ़ के अन्य राजनीतिक दल के नेता भी सकते में आ गए हैं।
चंडीगढ़ आप अध्यक्ष बोले- अब लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू
चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी ने पीयू में जीत के बाद आगामी चुनावों की तैयारियां भी शुरू कर दी है। आप संयोजक प्रेम गर्ग का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जल्द ही वार्ड और बूथ लेवल पर तैयारियां शुरू कर दी जाएगी। चंडीगढ़ लोकसभा सीट पार्टी के लिए काफी अहम है और इसे जीतने के लिए पार्टी पूरा जोर लगाएगी। अब लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आप की मजबूत स्थिति में आ गई है। इससे पहले चंडीगढ़ में जनवरी 2023 में होने वाले मेयर चुनाव पर आप का ज्यादा फोकस है।
चंडीगढ़ में आप ने जीती थी सबसे ज्यादा सीटें
पंजाब यूनिवर्सिटी में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद अब चंडीगढ़ में पार्टी का ग्राफ और बढ़ेगा। पिछले साल दिसंबर में हुआ नगर निगम चुनाव भी आप ने पहली बार लड़ा था। पार्टी ने निगम में धमाकेदार एंट्री करते हुए 35 में से सबसे ज्यादा 14 सीटें जीती थी। आप चंडीगढ़ में सबसे बड़ा दल बनकर उभरा था। वहीं भाजपा ने 12 सीटें, कांग्रेस ने 8 और एक शिअद के खाते में गई थी। हालांकि बाद में कांग्रेस के दो पार्षद भाजपा में शामिल हो गए।
आप ने चंडीगढ़ में बनाए हैं दो सह प्रभारी
आप ने मेयर चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 को मुख्य रखते हुए चंडीगढ़ के दो सह प्रभारी बनाए हैं। प्रदीप छाबड़ा के अलावा मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह को भी सह प्रभारी बनाया गया है। अगले साल मेयर चुनाव पर पार्टी जीत सके। ऐसे में अगले साल मेयर चुनाव के लिए भाजपा आप और कांग्रेस के पार्षद भी तोड़ना चाह रही है ऐसे में आप और कांग्रेस अध्यक्षों ने अपने पार्षदों की चौकसी बढ़ाई हुई है। असल में अगर आप मेयर बनवाने में कामयाब रह जाती है तो पार्टी का दिल्ली, पंजाब के बाद केंद्रीय प्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ पर कब्जा हो जाएगा।