विवादों के बाद चंडीगढ़ पुलिस की बेवसाइट से हटाया रिजल्ट, विभाग ने मांगे ऑब्जेक्शन
चंडीगढ़ पुलिस विभाग ने विवादों के बाद 520 कांस्टेबलों की ऑनलाइन लिखित परीक्षा का रिजल्ट ऑफिशियल साइट से परिणाम घोषित करने के 11वें दिन हटा दिया है।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़: चंडीगढ़ पुलिस विभाग ने विवादों के बाद 520 कांस्टेबलों की ऑनलाइन लिखित परीक्षा का रिजल्ट ऑफिशियल साइट से परिणाम घोषित करने के 11वें दिन हटा दिया है। आंसरशीट में सवालों के गलत जवाब को ठीक किया जा रहा है। सही जवाब देने वाले परीक्षार्थियों के रिजल्ट में उनका नंबर जोड़कर दोबारा जल्द रिजल्ट चंडीगढ़ पुलिस की बेवसाइट पर अपलोड किया जाएगा। इसमें सही ऑप्शन पर मॉर्क करने वाले आवेदकों का नंबर बढ़ जाएगा। इससे नई कटऑफ पर भी असर पड़ेगा।
सूत्रों की मानें तो गलत ऑप्शन पर मॉर्क कर नंबर प्राप्त करने वालों के नंबर कट भी जाएंगे। जैसे ऑनलाइन एग्जाम में एक सवाल आया था कि भारत के तीनों सेना का सर्वोच्च कमांडर कौन होता है? जिसका जवाब ज्यादातर परीक्षा देने वाले आवेदकों ने राष्ट्रपति के ऑप्शन पर लगाया था। जबकि, पुलिस के आंसरशीट में सवाल का जवाब रक्षामंत्री के ऑप्शन को सही बताया गया था। अब इसको सही करके जिसने राष्ट्रपति के ऑप्शन को चुना होगा उसके रिजल्ट में एक अंक जुड़ जाएगा। चंडीगढ़ पुलिस विभाग की ओर से दिसंबर 2015 में 520 यूटी कांस्टेबलों की भर्ती निकाली गई थी।
यूटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि रिजल्ट में शामिल गलत जवाब को हटाकर सही मॉर्क लगाने वालों को नंबर दिया जाएगा। किसी भी आवेदक के साथ भर्ती में गलत नहीं किया जाएगा। चंडीगढ़ पुलिस विभाग ने सभी परीक्षार्थियों से पांच जनवरी तक आंसरशीट में शामिल होने वाले गलत ऑप्शन पर ऑब्जेक्शन मांगे थे। इस दौरान काफी संख्या में चंडीगढ़ पुलिस को मेल के जरिए ऑब्जेक्शन मिले थे। सूत्रों के अनुसार उस ऑब्जेक्शन को विभाग ऑनलाइन एग्जाम करवाने वाली सिफी कंपनी को भेजकर ठीक करवा रही है। इसका प्रॉसेस करीब चार से पांच दिन में पूरा हो जाएगा। सूत्रों की मानें तो इस प्रक्रिया के बाद कई आवेदकों को फायदा मिल जाएगा। वहीं नई कटऑफ भी जारी होगी।
कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया में धांधली को लेकर सोमवार कैट में अपील
कांस्टेबल भर्ती के आवेदकों की ओर से एडवोकेट ढुल्ल ने बताया कि आवेदकों की याचिका पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने सुनवाई करने से इंकार कर दिया था। साथ ही याचिका को पहले कैट में दायर करने को कहा था। ढुल्ल ने बताया कि उन्होंने भर्ती में धांधली के कई सबूत जुटा लिए हैं और 14 जनवरी को केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) में याचिका दायर करेंगे। इससे पहले धांधली की शिकायत सीबीआइ को भी दी गई है।