एनआइओएस स्टूडेंट्स नहीं दे पाएंगे नीट एग्जाम
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नेशनल इंस्ट्ीच्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआइओएस) के तहत पढ़ाई कर
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नेशनल इंस्ट्ीच्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआइओएस) के तहत पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स नीट का एग्जाम नहीं दे पाएंगे। इस संबंध में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में साफ कहा गया है कि नेशनल इलेजेविल्टी कम एंट्रेस टेस्ट (नीट) एग्जाम के लिए एनआइओएस के स्टूडेंट्स अप्लाई नहीं कर सकते है। रेगुलर स्टूडेंट ही नीट एग्जाम के लिए अप्लाई करेगा। इस नोटिफिकेशन के बाद उत्तर भारत के करीब दो हजार स्टूडेंट्स को झटका लगा है।
हर साल 3500 से 4000 स्टूडेंट्स देते हैं नीट का एग्जाम : नीट एग्जाम का आयोजन 12वीं कक्षा के बाद होता है। एमसीआइ की वर्ष 2012 की नोटिफिकेशन के अनुसार 12वीं कक्षा पास कोई भी स्टूडेंट्स नीट के लिए अप्लाई कर सकता था। अब एमसीआइ ने दोबारा नोटिफाई करते हुए एनआइओएस के स्टूडेंट्स को टेस्ट के लिए अयोग्य करार कर दिया है। इस टेस्ट को हर साल करीब 3500 से 4000 स्टूडेंट्स अप्लाई करते थे। नीट एग्जाम के अनुसार वर्ष 2017 में चार हजार स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी और उसमें से 1500 ने पास किया था। नीट एग्जाम पास होने के बाद स्टूडेंट्स एमबीबीएस कोर्स के लिए योग्य हो जाते हैं।
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चंडीगढ़ रीजन ने जताया रोष, डम्मी एडमिशन को बढ़ावा देने का आरोप : एमसीआइ के नोटिफिकेशन का चंडीगढ़ रीजन विरोध कर रहा है। सेक्टर-11 स्थित नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के रीजनल डायरेक्टर और इंचार्ज हरदीप सिंह ने कहा कि इस प्रकार की नोटिफिकेशन करना सरासर गलत है। इस समय एग्जाम होने वाले है। स्टूडेंट्स ने नीट एग्जाम के लिए तैयारी की हुई है। स्टूडेंट्स दो सालों से प्राइवेट कोचिंग सेंटरों में कोचिंग ले रहे है और एग्जाम भी दे रहे है। यदि इस समय पर नोटिफिकेशन हुई है तो दो सालों तक कोचिंग लेने वाले स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद हो गया है। इस समय पर कोचिंग लेने वाले स्टूडेंट्स रेगुलर परीक्षा भी नहीं दे सकते हैं। इस प्रकार के फैसलों से स्टूडेंट्स स्कूलों में डम्मी एडमिशन लेंगे, जो पूरी तरह से गलत है।
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एनआइओएस में साल में 30 दिन लगानी होती है क्लासें
नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के तहत एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स को एक साल में मात्र 30 दिन तक रेगुलर क्लासें लगानी होती है। इसके लिए उन्हें सेंटर की तरफ से ही बुक्स मुहैया होती है और उनके एग्जाम कंडक्ट होते हैं।