Chandigarh MC Polls: 2016 में नोटबंदी के बावजूद भाजपा ने जीती थी 20 सीटें, किसान आंदोलन का कितना असर
साल 2016 में जब नगर निगम चुनाव हुए थे उस समय नोटबंदी भी हुई थी। नोटबंदी लागू होने के बाद भाजपा ने पूरे देश में पहला नगर निगम चुनाव जीता था जिसके बाद भाजपा को यह मैसेज मिल गया था कि नोटबंदी से लोग खुश हैं। हालांकि लोग परेशान थे।
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। भाजपा हाईकमान चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव को काफी गंभीरता से ले रही है। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव को लेकर पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को प्रभारी और सह प्रभारी बनाया है, जिससे स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं।
साल 2016 में जब नगर निगम चुनाव हुए थे उस समय नोटबंदी भी हुई थी। नोटबंदी लागू होने के बाद भाजपा ने पूरे देश में पहला नगर निगम चुनाव जीता था, जिसके बाद भाजपा को यह मैसेज मिल गया था कि नोटबंदी से लोग खुश हैं। जबकि नोटबंदी के समय शहरवासियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। इसलिए भाजपा नेता अब मान रहे हैं कि किसान आंदोलन से पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा। पहले की तरह भाजपा इस बार भी सबसे ज्यादा सीटें लेकर नगर निगम में कब्जा करेगी। साल 2016 में हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा ने 22 में से 20 सीटें जीती थी। जबकि कांग्रेस का प्रदर्शन काफी खराब रहा था। उस समय कांग्रेस ने सिर्फ चार ही सीटें जीती थी। जबकि इस बार कांग्रेस को किसान आंदोलन से काफी उम्मीद है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि गांव की सीटों पर भाजपा हारेगी और उन्हें यहां से फायदा होगा।
भारतीय जनता पार्टी हाईकमान नें निगम चुनाव के लिए विनोद तावड़े को प्रभारी और हिमाचल की राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी को सह प्रभारी नियुक्त किया है। चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने इस फैसले का स्वागत किया है। अरुण सूद का कहना है कि इन नेताओं की नियुक्तियों से पार्टी को निगम चुनाव में जीत मिलेगी। सूद ने कहा कि एक राष्ट्रीय सचिव को चुनाव प्रभारी बनाना और वरिष्ठ सांसद को सह प्रभारी बनाना इस बात का प्रमाण है कि राष्ट्रीय नेतृत्व चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव को पूरी गंभीरता से ले रहा है।
अरुण सूद ने इन नियुक्तियों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा व राष्ट्रीय नेतृत्व का धन्यवाद किया और विश्वास दिलाया कि भाजपा चंडीगढ़ के कार्यकर्ता राष्ट्रीय नेतृत्व की आशाओं पर खरा उतरेंगे और सभी 35 सीटों पर जीत दिलवाने के लिए मेहनत करेंगे। सभी सीटें जीतकर भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को तोहफे के रुप में देंगे। भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने यह भी बताया कि उक्त दोनों नेता जल्द ही चंडीगढ़ आकर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे।