साइकिलिस्ट के लिए चंडीगढ़ अनसेफ, NCRB की रिपोर्ट, साइकिल चालकों के लिए पूरे देश में चौथा सबसे खतरनाक शहर
सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ साइकिलिस्ट के लिए सेफ सिटी नहीं है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की तरफ से जारी किए गए आंकड़े इस बात को पुख्ता कर रहे हैं। साइकिल सवारों के लिए देशभर में चौथा खतरनाक शहर चंडीगढ़ है।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल के नाम से मशहूर शहर चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी बन चुका है। चंडीगढ़ देश का एकमात्र ऐसा शहर है जहां सबसे ज्यादा लोग साइकिल का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन चंडीगढ़ में साइकिल से चलने वाले लोग सुरक्षित नहीं हैं। क्योंकि शहर में सड़क हादसों में साइकिल चालकों की मौत का आंकड़ा पूरे देशभर के शहर में चौथे नंबर पर है।
देशभर में प्रति 10 लाख आबादी के आधार पर साइकिल चालकों के लिए चौथा सबसे खतरनाक शहर चंडीगढ़ हैं। यह आंकड़ा नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की तरफ से जारी किया गया है। साइकिल सवार के लिए अनसेफ सिटी में पहले नंबर पर राजधानी दिल्ली, दूसरे पर गुजरात का वडोदरा, तीसरे पर कोलकाता और चौथे नंबर पर चंडीगढ़ है।
हालांकि चंडीगढ़ में साइकिल को प्रमोट करने के लिए साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट के तहत 2500 साइकिलें हैं, जो शहर में जगह-जगह बनाए गए डाकिंग स्टेशन पर रखी गई हैं। वहीं, चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से पांच साल में करीब 22 करोड़ रुपये खर्च कर शहरवासियों के लिए साइकिल ट्रैक तैयार करवाए गए हैं। ताकि साइकिल से चलने वाले लोग सुरक्षित रहें।
राज्य/यूटी मौत
दिल्ली 41
वडोदरा 32
कोलकाता 23
चंडीगढ़ 17
यहां पर प्रति 10 लाख आबादी में साइकिल सवार की मौत
जगह मौत कुल आबादी
मुंबई 02 (184.14 लाख लोग)
हैदराबाद 03 (77.49 लाख)
बेंगलुरु 09 (84.99 लाख)
चेन्नई 01 (86.96 लाख)
पुणे 02 (50.50 लाख)
जानलेवा हादसों की प्रमुख वजह
- साइकिल चालक का हेलमेट न पहनना।
- साइकिल ट्रैक पर नहीं चलना।
- साइकिल पर रिफ्लेक्टर न लगाना।
- साइकिल ट्रैक की गुणवत्ता में सुधार की जरुरत।
- एक से दूसरे सड़क पार ट्रैक की असुरक्षित जुड़ाव होना।
- रेड-ग्रीन ट्रैफिक लाइट की अनदेखी, मोबाइल पर बातचीत करना।
साल 2016 में सबसे ज्यादा मौत
साल 2016 में चंडीगढ़ के अंदर साइकिल सवार की सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौत हुई थी। इस साल विभिन्न सड़क और साइकिल ट्रैक पर कुल 28 साइकिल सवार की हादसे में मौत हुई थी। इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस विभाग की तरफ से रोड एनलाइसिस टीम के निर्देेशानुसार एक विशेष टीम साइकिल सवार को जागरुक करने के लिए तैनात की गई है। वहीं, साइकिल ट्रैक पर नहीं चलने वाले साइकिल सवार के खिलाफ कार्रवाई का ट्रैफिक पुलिस की तरफ से प्रस्ताव विराचाधीन है।
शहर में साइकिल ट्रैक और प्रोजेक्ट पर काम
- देश का पहला शहर जहां 2500 साइकिल चल रही हैं।
- शहर में 200 किलोमीटर के साइकिल ट्रैक हैं।
- प्रशासन ने 22 करोड़ रुपये ट्रैक पर खर्च किए है।
- अभी तक दो लाख से ज्यादा साइकिल चलाने वाला शहर है।
- शहर में रोजाना तकरीबन तीन हजार लोग साइकिल चलाते हैं।
- पब्लिक बाइक शेयरिंग योजना के तहत 310 डाकिंग स्टेशन है।
- अभी 2500 साइकिल संचालित, इसमें 1200 ई-साइकिल है।
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शहर के कई जगह साइकिल ट्रैक में सुधार करने के साथ लोगों को जागरुक करने की जरुरत है। साइकिल चलाते लोगों को ट्रैफिक के नियमों की पालना करनी चाहिए। कई लोग साइकिल चलाते मोबाइल पर बात, सड़क पर नजर नहीं रखने के साथ ट्रैफिक सिग्नल की परवाह भी नहीं करते है। साइकिल चलाते समय हेलमेट जरुर पहनना चाहिए।
-हरमन सिंह सिद्धू, अराइव सेव संस्था के संस्थापक