चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने 404 मकान किए कैंसिल, जानें क्या रहा कारण Chandigarh News
सेक्टर-56 में बोर्ड ने 63 मकानाें की अलॉटमेंट कैंसिल की है जबकि पलसौरा से 40 मकानों की अलॉटमेंट कैंसिल की गई है। दूसरे नंबर पर धनास से मकानों की अलॉटमेंट रद की गई है।
चंडीगढ़, जेएनएन।चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) के मकान में रहकर किसी भी तरह की वॉयलेशन अब मंजूर नहीं होगी। अगर ऐसा किया तो मकान की अलॉटमेंट कैंसिल होगी। खासकर अलॉटमेंट रूल्स का वॉयलेशन करने पर यह कार्रवाई होगी। बोर्ड ने ऐसे करीब 404 मकानाें की अलॉटमेंट कैंसिल कर दी है। अधिकतर मकान किस्त जमा नहीं कराने और बिल्डिंग वॉयलेशन की वजह से कैंसिल किए गए हैं। सबसे ज्यादा मकान सेक्टर-56 पलसौरा में रद किए गए हैं।
सेक्टर-56 में बोर्ड ने 63 मकानाें की अलॉटमेंट कैंसिल की है जबकि पलसौरा से 40 मकानों की अलॉटमेंट कैंसिल की गई है। दूसरे नंबर पर धनास से मकानों की अलॉटमेंट रद की गई है। धनास से कुल 50 मकानाें की अलॉटमेंट रद की गई है। इसके बाद 30 मकान राम दरबार के कैंसिल किए गए हैं। इसके अलावा सेक्टर-40, 45, 46, 47, 49, 52, 55, 61, 63, 29बी, 38वेस्ट, 39, 40सी, 41, 42, 44, 45, 47, 51, डड्डूमाजरा कॉलोनी, इंदिरा कॉलोनी, मलोया और मौलीजागरां से भी मकान कैंसिल किए गए हैं।
पांच महीने में तोड़े गए 205 मकान
बोर्ड ने बिल्डिंग वॉयलेशन की वजह से 205 मकानों से अवैध निर्माण को तोड़ा है। यह कार्रवाई अगस्त 2018 से अब तक की गई है। इसके अलावा अभी भी रोजाना सेक्टरों में सर्वे कर ऐसे मकानों की पहचान की जा रही है। सीएचबी ने फ्रेश कंस्ट्रक्शन के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। नीड बेस्ड चेंज के अतिरिक्त मकान में जो कंस्ट्रक्शन की जाती है, उसे तुरंत गिराया जाता है।