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    चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में 11वीं में 14967 बच्चों को एडमिशन, दूसरी काउंसलिंग पूरी, ढाई हजार रह गए

    By Ankesh ThakurEdited By:
    Updated: Fri, 16 Sep 2022 03:15 PM (IST)

    शहर के 42 गवर्नमेंट माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 11वी कक्षा की 14967 सीटों पर एडमिशन प्रक्रिया पूरी हो गई है। एडमिशन के लिए दो काउंसलिंग भी करवाई ...और पढ़ें

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    चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में 11वीं में एडमिशन के लिए 19 हजार बच्चों ने अप्लाई किया था।

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर के 42 गवर्नमेंट माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 11वी कक्षा की 14967 सीटों पर एडमिशन प्रक्रिया पूरी हो गई है। एडमिशन के लिए दो काउंसलिंग भी करवाई गई है और दूसरी काउंसलिंग भी अब खत्म हो गई है। दूसरी काउंसलिंग के बावजूद करीब ढाई हजार स्टूडेंट्स दाखिले से वंचित रह गए हैं। 

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    उल्लेखनीय है कि शहर के 95 सरकारी स्कूल से 9800 विद्यार्थियों ने दसवीं कक्षा पास की थी, जबकि एक अगस्त से शुरू हुई 11वीं कक्षा एडमिशन के लिए विभाग के पास 19 हजार से ज्यादा आवेदन आए थे। इनमें शहर के सरकारी स्कूलों के अलावा प्राइवेट स्कूल और दूसरे शहरों व राज्यों के स्टूडेंट्स भी शामिल थे जिन्होंने एडमिशन के लिए अप्लाई किया था। 

    मेरिट के आधार पर एडमिशन


    11वीं कक्षा में एडमिशन का पूरा प्रोसेस आनलाइन था। बिना किसी के दखल के स्टूडेंट्स को एडमिशन दी गई है। एडमिशन मेरिट के आधार पर दी गई है। शहर के अलावा दूसरे शहरों व राज्यों विद्यार्थियों काे भी मेरिट के आधार पर एडमिशन मिली है। 

    वर्ष 2021 में 18 हजार विद्यार्थियों काे दिया था दाखिला


    वर्ष 2021 में भी शिक्षा विभाग ने शहर के स्कूलों में 11वीं कक्षा में 18 हजार विद्यार्थियों को दाखिला दिया था। हालांकि इस बार करीब 15 हजार स्टूडेंट्स को ही एडमिशन मिली है। इसकी वजह यह है कि स्कूलों में ज्यादा स्टूडेंट्स को पढ़ाने और उन्हें बिठाने की पर्याप्त जगह नहीं है। स्कूलों में क्लासरूम और लैब की कमी भी इसकी बड़ी वजह है।

    आर्ट्स संकाय की बढ़ाई 1200 सीटें


    एक अगस्त को शुरू हुई एडमिशन प्रक्रिया में शहर के स्कूलों में 13570 सीटों पर एडमिशन प्रक्रिया शुरू की गई थी। विद्यार्थियों की संख्या और रूझान को देखते हुए स्कूलों में आर्ट्स संकाय की 1200 सीटें बढ़ाई गई थीं, जबकि साइंस, कामर्स और वोकेशनल संकाय में शिक्षकों के अभाव में दूसरे संकाय की सीटों को नहीं बढ़ाया गया है।