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खेलो इंडिया यूथ गेम्सः चंडीगढ़ के दिव्यांश का गोल्ड पर निशाना, पहली बार आर्चरी में मेडल

गुवाहटी में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में दिव्यांश ने 2019 में आर्चरी में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले हरियाणा के खिलाड़ी पारश हुड़्डा को हराया है।

By Edited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 10:02 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 12:37 PM (IST)
खेलो इंडिया यूथ गेम्सः चंडीगढ़ के दिव्यांश का गोल्ड पर निशाना, पहली बार आर्चरी में मेडल
खेलो इंडिया यूथ गेम्सः चंडीगढ़ के दिव्यांश का गोल्ड पर निशाना, पहली बार आर्चरी में मेडल

चंडीगढ़ [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। गुवाहटी में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में सोमवार का दिन चंडीगढ़ के लिए शानदार रहा। शहर के होनहार खिलाड़ी दिव्यांश कुमार ने आर्चरी में गोल्ड मेडल पर निशाना साधा है। पहली बार इस टूर्नामेंट में चंडीगढ़ के किसी खिलाड़ी ने आर्चरी में पदक जीतकर नया रिकॉर्ड बनाया है। इस जीत के साथ ही दिव्यांश के लिए इंटरनेशनल स्तर पर छाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। यहां से मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को इंटरनेशनल लेवल पर देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है।

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दिव्यांश ने कहा कि वह बीते काफी समय से अपने खेल पर ध्यान दे रहा था और उन्हें अच्छे रिजल्ट की उम्मीद थी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में दिव्यांश ने 2019 में आर्चरी में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले हरियाणा के खिलाड़ी पारश हुड़्डा को हराया है।

गुवाहटी में जारी खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मेडल जीतने के बाद पोडियम पर चंडीगढ़ के दिव्यांश।

ढाई साल से कर रहे हैं तैयारी

सेक्टर-7 स्थित केबी डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नौवीं के छात्र दिव्यांश बीते ढाई साल से सेक्टर-39 स्थित जीकेएम आर्चरी एकेडमी में तैयारी कर रहे हैं। उन्हें ट्रेनिंग दे रहे कोच अनुराग कमल ने कहा कि आर्चरी में गोल्ड हासिल करना एक बड़ी उपलब्धि है। दिव्यांश आने वाले समय में देश के लिए कई मेडल लाएंगे।

गुवाहटी में खेलो इंडिया बैनर के साथ शहर के दिव्यांश।

दिव्यांश ने आर्चरी में जीते हैं कई मेडल

दिव्यांश ने आर्चरी में बीते ढाई साल में ही कई बड़े स्तर पर मेडल हासिल किए हैं। उन्होंने आंध्र प्रदेश में आयोजित एसजीएफआइ गेम्स -2019 में दो सिल्वर मेडल हासिल किए थे। साथ ही सीबीएसई नेशनल कंपटीशन संगरूर में भी दो ब्रांज मेडल हासिल किए। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए दिव्यांश रुटीन में 8 से 9 घंटे तक प्रेक्टिस करते हैं। कोच अनुराग ने कहा कि इस खेल में फोकस होना बहुत जरूरी है, यही दिव्यांश की खूबी है।

भाई-बहन दोनों आर्चरी के उभरते खिलाड़ी

पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में स्पेशल सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत दिव्यांश के पिता दीपक कुमार ने बताया कि बेटे को कड़ी मेहनत से ही आज सफलता मिली है। दिव्यांश की बहन रिदम भी आर्चरी की अच्छी खिलाड़ी है। उसने भी 2019 में नेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल हासिल किया है। दोनों ही अनुराग कमल से ट्रेनिंग ले रहे हैं। अनुराग भी इंटरनेशनल स्तर पर आर्चरी में दूसरे साउथ एशियन आर्चरी चैंपियनशिप के गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं। दिव्यांश हमेशा ही अपने लक्ष्य पर फोकस करते हैं।


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