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खुद को बताया कनाडा में, पुलिस ने UP से पकड़ा, चंडीगढ़ के व्यक्ति से 2.40 लाख रुपये ठगने वाले दो शातिर गिरफ्तार

कनाडा में वाले रिश्तेदार बनकर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों टेक्नोलाजी की मदद से इंटरनेट कालिंग करते थे। शातिर सिर्फ इंटरनेट कालिंग करते थे इस वजह से पुलिस भी इन शातिरों तक नहीं पहुंच पाती थी ।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Tue, 20 Sep 2022 02:15 PM (IST)Updated: Tue, 20 Sep 2022 02:15 PM (IST)
खुद को बताया कनाडा में, पुलिस ने UP से पकड़ा, चंडीगढ़ के व्यक्ति से 2.40 लाख रुपये ठगने वाले दो शातिर गिरफ्तार
पुलिस पकड़े गए शातिरों से पूछताछ कर रही है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ साइबर क्राइम पुलिस दो साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है। शातिरों ने चंडीगढ़ के एक व्यक्ति ने 2.40 लाख रुपये का साइबर फ्राड किया था। शातिरों ने पीड़ित को काल कर खुद को कनाडा में रहने वाले रिश्तेदार बताया था। पुलिस ने इन्हें उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार किया है। 

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कनाडा में वाले रिश्तेदार बनकर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों टेक्नोलाजी की मदद से इंटरनेट कालिंग करते  थे। शातिर सिर्फ इंटरनेट कालिंग करते थे, इस वजह से पुलिस भी इन शातिरों तक नहीं पहुंच पाती थी। 

उत्तर प्रदेश के बिजनौर से संचालित गिरोह में राजस्थान और दिल्ली एनसीआर के सदस्य के जुड़े होने की पुष्टि हुई है। अब मामले में गिरफ्तार दोनों आरोप की निशानदेही पर साइबर थाना पुलिस अन्य आरोपित को गिरफ्तार करने में लगी है। पुलिस ने इनसे 3 मोबाइल और एक लैपटॉप बरामद कर जब्त किया है। 

चंडीगढ़ साइबर पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपितों को उत्तर प्रदेश के बिजनौर के धामपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान धामपुर स्थित पहाड़ी दरवाजा निवासी विलाल अहमद और हुसैनपुर निवासी शेबी खान के तौर पर हुई है। दोनों आरोपितों से पुलिस पूछताछ करने में लगी है। 

कनाडा में रहने वाला भांजा बनकर की थी काल

25 जून 2022 को चंडीगढ़ के पीएस चोपड़ा ने शिकायत में बताया कि उसे कनाडा के नंबर से एक काल आई थी। काल करने वाले ने खुद को उनका भांजा करन अरोड़ा बताया था। उसने कहा कि कनाडा के एक क्लब में उसकी लड़ाई हो गई। पुलिस उसे गिरफ्तार करने वाली है और छूटने के लिए 4 हजार डालर की जरुरत है। इसके थोड़ी ही देर बाद एक व्यक्ति ने काल कर कहा कि वह करन का वकील जगमोहन बात कर रहा है। भांजे को छुड़ाने के लिए पीएस अरोड़ा ने एसबीआइ अकाउंट में दो लाख 40 हजार ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद ठगी की जानकारी मिलने पर साइबर थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज की थी। 

इस तरह पकड़े आरोपित 

शिकायत मिलने पर एसपी साइबर केतन बंसल के निर्देशानुसार डीएसपी वेंकटेश के सुपरविजन में इंचार्ज रंजीत सिंह समेत एक टीम गठित की गई। पुलिस की टेक्नीकल सेल की पड़ताल में आरोपितों को ट्रेस कर लिया गया। इंचार्ज के सुपरविजन में पुलिस की टीम ने आरोपितों को यूपी में छापेमारी कर दबोच लिया है।


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