चंडीगढ़ कांग्रेस को सता रहा निगम चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ का डर, नेता बोले- इसका भी इलाज करो
इस साल के अंत में चंडीगढ़ में नगर निगम चुनाव होंगे। लेकिन इससे पहले ही चंडीगढ़ कांग्रेस नेताओं को ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का डर सता रहा है। कांग्रेस की हुई बैठक में एक नेता ने ईवीएम को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ पानी के बढ़े रेट पर भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन की रणनीति तैयार करने के लिए कांग्रेस के चंडीगढ़ अध्यक्ष सुभाष चावला ने सेक्टर-35 के कांग्रेस भवन में बैठक बुलाई। इसमें कार्यकर्ताओं की भीड़ देखकर वह काफी उत्साहित दिखे। बैठक में तय हुआ कि अलग-अलग मुद्दों पर बारी-बारी से पार्टी भाजपा के खिलाफ अभियान चलाएगी। जबकि इस मौके पर पूर्व पार्षद जगजीत सिंह कंग ने कहा कि मुद्दों की बात तो ठीक है। लेकिन ईवीएम का भी कुछ इलाज करो। इस पर एक नेता ने कहा कि पंजाब में तो कांग्रेस की सरकार थी, इसलिए वहां पर तो इलाज हो गया। पंजाब के निकाय चुनाव में कांग्रेस को प्रचंड जीत मिली है। ऐसे में कांग्रेस के नेताओं को आने वाले नगर निगम चुनाव में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ होने का डर सता रहा है। जबकि विपक्षी नेताओं का कहना है कि जब पार्टी हारेगी तो आरोप ईवीएम पर लगेगा, जब जीतेंगे तो कहेंगे उनकी पार्टी जीत गई।
साड्डी नौकरी दां वी ख्याल रखो
पंजाब और चंडीगढ़ के प्रभारी हरीश रावत चंडीगढ़ आने पर पंजाबी बोलते हैं तो सामने वाले नेता और कार्यकर्ता भी खुश हो जाते हैं। हाल ही में एक मीडियाकर्मी ने उनसे सवाल किया कि पंजाब से विधायक प्रगट ङ्क्षसह ने काम न होने का आरोप लगाते हुए सीएम कैप्टन अमङ्क्षरदर ङ्क्षसह को पत्र लिखा है। इस पर हरीश रावत ने कहा कि ऐसे नेताओं को नाराजगी जाहिर करने से पहले उनसे भी मिल लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं को साड्डी नौकरी दां वी ख्याल रखना चाहिए। उनके कहने का मतलब था कि वह पार्टी प्रभारी हैं। प्रभारी होने के नाते प्रगट ङ्क्षसह को उनसे मिलकर मामले से अवगत करवाना चाहिए, ताकि मामला ज्यादा न बढ़े। इस समय हरीश रावत ने पंजाब के सीएम और विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की दूरियां खत्म करने में लगे हुए हैं।
ट्विटर पर बाला एक्टिव
राजबाला मलिक को मेयर पद से हटे हुए डेढ़ माह का समय हो गया है लेकिन उनके ट्विटर अकाउंट पर अभी भी शहरवासियों द्वारा खूब समस्याएं बताई जा रही है। लोग अभी भी उन्हें समस्याओं के साथ तस्वीरें अटैच करके भेज रहे है। ऐसे में वह अभी भी अधिकारियों से उसी तरह से समस्याओं को दूर करवा कर वापस मैसेज भी कर रही है, जिस तरह से वह मेयर के कार्यकाल में करती थीं। समस्याओं को हल करवाने के बाद वह ट्विटर अकाउंट में शिकायतकर्ता को जवाब भी दे रही है। जबकि वर्तमान मेयर रविकांत शर्मा इतना सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं है, इसलिए लोग अभी भी पूर्व मेयर राजबाला मलिक को अपनी समस्याएं ट्विटर पर पोस्ट करके बता रहे हैं। इसकी उन्हें वाहवाही भी मिल रही है।
बैठक नई, मुद्दे पुराने
भाजपा के चंडीगढ़ अध्यक्ष अरुण सूद तीन दिन तक दिल्ली में रहे। इन तीनों दिनों में उन्होंने ताबड़तोड़ दस केंद्रीय मंत्रियों, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी प्रभारी दुष्यंत गौतम के अलावा संगठन मंत्री के साथ मुलाकात की। मंत्रियों के साथ मुलाकात की तस्वीरें भी सूद ने अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर की हैं। इस पर उनके जानकारों ने जवाब देते हुए उनकी प्रंशसा भी की है। कार्यकर्ताओं को भी अरुण सूद से उम्मीद बढ़ गई है। तीन दिन बाद दिल्ली से वापस लौटकर अरुण सूद की ओर से प्रेस नोट भी जारी किया गया। इसमें जिन मुद्दों की जानकारी दी गई, उनमें से अधिकतर पुराने थे। इन मुद्दों पर पिछले अध्यक्ष संजय टंडन भी केंद्रीय नेताओं से मुलाकात के दौरान चर्चा कर चुके हैं। गपशप करते हुए अब कुछ नेता कह रहे हैं कि अब समस्याओं पर चर्चा नहीं बल्कि हल निकलना चाहिए। असल में इस साल के अंत में नगर निगम चुनाव भी है। इसलिए भी भाजपा ज्यादा से ज्यादा मुद्दे उठा रही है।