तैयारी पूरी: इस जगह लगेगा चंडीगढ़ का सबसे बड़ा सोलर पावर प्रोजेक्ट
चंडीगढ़ शहर का सबसे बड़ा सोलर पावर प्रोजेक्ट एन-चौ पर लगाया जाएगा। इसके लिए पूरी तैयारी कर दी गई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़: रूफटॉप पर सोलर पावर प्लांट लगने के बाद अब शहर का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट एन-चौ पर लगाया जाएगा। सेक्टर-53 में गार्डन ऑफ स्प्रिंग के पास एन चौ पर तीन मेगावाट का सोलर प्रोजेक्ट लगेगा। यह शहर का पहला ऐसा प्रोजेक्ट होगा, जो किसी वाटर बॉडी या नाले के ऊपर लगेगा। इस प्रोजेक्ट की पूरी तैयारी चंडीगढ़ रिनूअल एनर्जी एंड साइंस एंड टेक्नोलॉजी (क्रेस्ट) ने कर ली है। मंजूरी के लिए अर्बन प्लानिंग विभाग के पास भेज दिया गया है। इससे पहले पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पेक) सेक्टर-12 की छत पर लगा 1 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट चंडीगढ़ का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है।
एन चौ पर यह प्रोजेक्ट लगने के बाद चंडीगढ़ में सोलर एनर्जी की जेनरेशन 28 मेगावाट तक पहुंच जाएगी। अभी तक जितने भी प्रोजेक्ट्स लगे हैं, उनसे 24.90 मेगावाट एनर्जी जेनरेट हो रही है। केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ को 2022 तक 69 मेगावाट तक सोलर एनर्जी जेनरेट करने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। इसके बाद सेक्टर-39 के वाटर वक्र्स पर भी एक बड़ा सोलर प्रोजेक्ट लगना है। इसका एस्टीमेट भी तैयार कर लिया गया है। जबकि पटियाला की राव पर भी बड़ा सोलर प्रोजेक्ट लगाने का प्रस्ताव था। लेकिन बाद में इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने खुद इस प्रोजेक्ट को लगाने की बात कही। यह प्रोजेक्ट अभी अधर में ही है। इस पर जेईआरसी की तरफ से भी कई ऑब्जेक्शन लग गए थे।
वेंडरों जल्द इंस्टाल करें सोलर पैनल
प्राइवेट बिल्डिंग पर सोलर पैनल के इंस्टॉलेशन को लेकर क्रेस्ट सीईओ कार्यालय में चंडीगढ़ प्रशासन के पैनल में शामिल वेंडरों की बैठक बुलाई गई। क्रेस्ट में हुई यह बैठक सोलर पैनलों के इंस्टॉलेशन को लेकर अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा को लेकर थी। इस बैठक में प्रशासन के पैनल में इनरोल 57 में से 35 वेंडर शामिल रहे। बैठक में किए गए विमर्श के दौरान शहरवासियों को सोलर पावर प्लांट के लिए तय की गई 17 नवंबर की डेडलाइन के पहले आवेदन करने के लिए जागरूक करने को कहा गया है। वेंडरों को अपने-अपने एरिया में मौजूद घरों, इंडस्ट्रियों और कमर्शियल इमारतों में जल्द से जल्द सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए अधिक से अधिक अवेयरनेस फैलाने के लिए कहा है। जिससे कोई भी अंतिम तिथि के बाद रह न जाए। प्रशासन ने 500 गज या इससे अधिक के हर घर पर सोलर प्रोजेक्ट अनिवार्य कर रखा है।
एरिया अनुसार घरों पर लगाए जाने वाले सोलर प्लांट
500-999 वर्ग गज तक 1 किलोवाट
1000-2999 वर्ग गज तक 2 किलोवाट
3000 वर्ग गज से ऊपर 3 किलोवाट