लॉकडाउन खुलने पर भी तीन-चार महीने तक नहीं उबर पाएगी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री...
बर्कले ह्यूंडई के जीएम विजय कंवर ने कहा कि मार्च और अप्रेल में अक्सर सेल्स 20 फीसद कम ही होती थी। लेकिन लॉकडाउन की वजह से ये जीरो फीसद में आ पहुंची है।
चंडीगढ़ [शंकर सिंह]। अर्थव्यवस्था के लिए लॉकडाउन बहुत बुरा रहा। शहर की हर मार्केट इससे प्रभावित रही। मार्च अप्रैल दोनों ही महीने लॉकडाउन की वजह से मार्केट के लिए भारी रहे। इस दौरान पहले से प्रभावित ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए और भी बुरा समय रहा। शहर के विभिन्न डीलर्स ने लॉकडाउन खुलने के तीन से चार महीने तक नुकसान से उबरने की बात कही।
लोगों को जरूरत बदली तो ऑटोमोबाइल सेक्टर में संकट आया
बर्कले ह्यूंडई के जीएम विजय कंवर ने कहा कि मार्च और अप्रेल में अक्सर सेल्स 20 फीसद कम ही होती थी। लेकिन लॉकडाउन की वजह से ये जीरो फीसद में आ पहुंची। लोगों की लॉकडाउन के दौरान जरूरतें भी बदल गई। हालांकि जिन्होंने बुकिंग करवाई थी, उन्होंने इसे कैंसिल नहीं किया लेकिन वह अभी समय मांग रहे हैं। कारण है कोरोना वायरस चलते कई लोगों की इंकम भी रुक गई है। मार्केट में मारुति की ही 12-1300 गाड़ियां इस सीजन में बिकती थी, ऐसे में हर और थोड़ा मुश्किल समय है। सरकार को लॉकडाउन शर्तों के साथ खोलना चाहिए ताकि लोगों में सकारात्मक्ता आ सके। मई महीने में जहां सेल्स 80 फीसद ही हो पाती थी, अब वह 40 प्रतीशत तक रह जाएगी, ऐसे में हमें तीन से चार महीने सभी तरह के नुकसान से उबरने में लगेंगे।
दो महीने तक इंडस्ट्री में आएगी तेजी..
मारुति डीलर ऑटोपेस के मालिक सलील मेहन ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सेल्स जीरो रही। ये दुखद रहा। हालांकि अब कस्टमर हमसे संपर्क कर रहे हैं। इसकी मुख्य वजह है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग के चलते अपनी पर्सनल कार खरीदना पसंद कर रहे हैं। मार्च में जो हमें बुकिंग आई थी, वो अब हम डिलवर कर रहे हैं। इसकी वजह से मई महीने में हमारा नुकसान 100 फीसद से घटकर 40 फीसद तक रह जाता है, लेकिन अभी हमें करीबन दो महीने लगेंगे, जिससे की हम नुकसान की भरपाई कर सकें।
10 फीसद बुकिंग कैंसिल हुई...
कृष्णा होंडा के सेल्स मैनेजर रंजय ने कहा कि कोविड-19 की वजह से मार्केट पर बुरा असर पड़ा। पहले बीएस -4 और अब कोविड 19 दोनों ने 80-90 फीसद व्यापार में घाटा करवाया। इसके बाद लॉकडाउन में करीबन 10 फीसद बुकिंग कैंसिल करनी पड़ी। प्रोडक्शन रुकने से भी कई मॉडल मार्केट तक नहीं आ पाए। आने वाले फाइनांसियल ईयर में ये काफी नुकसान दिखा सकता है।
12 हजार टू व्हीलर बिकते थे इस समय..
प्लेटिनम होंडा डीलरशिप के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सुशील दत्त ने कहा कि ट्राईसिटी में मार्च और अप्रेल महीने में करीबन 12 हजार टू व्हीलर बिकते थे। मगर लॉकडाउन के दौरान इसका नुकसान देखा गया। हालांकि टू व्हीलर में अमाउउंट कम होता है, ऐसे में लोगों ने जो एडवांस बुकिंग की थी, वो कैंसिल नहीं हुई। लेकिन वह समय ले रहे हैं। लॉकडाउन खुलता है तो एकदम गाड़ियां नहीं बिकेंगी। इसमे समय लगेगा। ऐसे में करीबन 40-45 फीसद ही सेल्स हो पाएंगी।