Chandigarh Pollution Relief: सप्ताह बाद भी बारिश का असर कायम, अब तक एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से कम
एक सप्ताह बाद भी चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से नीचे ही चल रहा है। बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 68 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। जबकि दशहरे से पहले यह 140 और दशहरे के दिन 195 तक पहुंच गया था।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़। पिछली बारिश शहर के लिए रामबाण साबित हुई है। बारिश का असर सप्ताह बाद भी वातावरण पर दिख रहा है। शहर का तापमान तो काफी कम हुआ ही है साथ ही प्रदूषण का स्तर अभी तक उस तरह से नहीं बढ़ा, जैसे बारिश से पहले बढ़ रहा था। एक सप्ताह बाद भी चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से नीचे ही चल रहा है। बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 68 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। जबकि दशहरे से पहले यह 140 और दशहरे के दिन 195 तक पहुंच गया था। बारिश के बाद यह कम होकर अचानक 38 तक आ गया था, जो बहुत अच्छा माना जाता है।
अब भी इसका असर बराबर देखने को मिल रहा है। प्रदूषण का स्तर उतनी तेजी से नहीं बढ़ रहा है, जितना इन दिनों में बढ़ जाता है। बुधवार को मोहाली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्वालिटी इंडेक्स-एक्यूआइ) 89, जालंधर का 162, लुधियाना का 163 दर्ज किया गया। वहीं हरियाणा में कुरुक्षेत्र का 184, करनाल का 186, गुरुग्राम का 202 और फरीदाबाद का 200 दर्ज किया गया। बात नई दिल्ली की करें तो यहां 195 एक्यूआई दर्ज किया गया। नोएडा का 234 और गाजियाबाद का 252 दर्ज किया गया।
सप्ताह तक बदलेंगे हालात
अब ठंड बढ़ रही है। जैसे जैसे तापमान में और गिरावट दर्ज होगी। प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू होगा। प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ेगा। सप्ताह बाद तक इसके फिर से 150 तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। वहीं दीपावली के आस-पास इसमें अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। अभी भी एहतियात बरतने की जरूरत है।
जमकर जल रही पराली
इन दिनों धान का सीजन चरम पर है। पंजाब और हरियाणा में धान कटाई के बाद पराली जमकर जलाई जा रही है। पराली जलने से हवा में लाखों टन जहरीली गैस मिल रही हैं। इन हवाओं का रुख जिस शहर की ओर होता है वहां प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। चंडीगढ़ और नई दिल्ली पर इसका असर साफ दिखता है। अगले कुछ दिनों में प्रदूषण का स्तर पराली जलने से बढ़ना तय माना जा रहा है।