हैकाथॉन-2018 में चंडीगढ़ प्रशासन के प्रपोजल ने मारी बाजी
मानव संसाधन विकास मंत्रालय एमएचआरडी की तरफ से आयोजित वार्षिक हैकाथॉन-2018 में चंडीगढ़ प्रशासन के प्रपोजल ने बाजी मारी।
चंडीगढ़ : मानव संसाधन विकास मंत्रालय एमएचआरडी की तरफ से आयोजित वार्षिक हैकाथॉन-2018 में चंडीगढ़ प्रशासन के प्रपोजल ने बाजी मारी है। चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए चार प्रपोजल बनाए थे जिसमें से तीन प्रपोजल पास हो गए है और चंडीगढ़ प्रशासन के लिए गौरव की बात है कि तीन प्रपोजल ने पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है। यह प्रपोजल लाइजन ऑफिसर बिक्त्रम राणा की तरफ से हैकाथॉन में भेजे गए थे। इसके अलावा बिक्रम राणा को नेशनल एजुकेशन सेक्टर के लिए एमएचआरडी की तरफ से नोडल आफिसर भी बनाया गया था। दो हजार में से चंडीगढ़ प्रशासन के सर्वोत्तम रहे तीन प्रपोजल
शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव के लिए पूरे भारत से दो हजार प्रपोजल आए थे। विभिन्न राउंड के बाद मात्र 408 प्रपोजल फाइनल के लिए पहुंचे थे। उनके बीच 30 और 31 मार्च को नोएडा में प्रतियोगिता हुई और शहर के प्रपोजल को बेस्ट अवार्ड दिया गया। कंपरीहेसिंव मोबाइल एप्लीकेशन एप्प फॉर स्टूडेंट्स
स्टूडेंट्स के लिए एक ऐसे एप का निर्माण करना था जो कि स्टूडेंट्स को स्कूल कॉलेज की जानकारी देगा। इसके साथ ही स्टूडेंट्स की हाजरी की जानकारी भी यहा से मिलेगी। इसके अलावा स्टूडेंट्स से संबंधी हर जानकारी चाहे वह एग्जाम के नंबर की बात हो, एक्सट्रा एक्टीविटी में भाग लेना हो सहित सारी जानकारी मिलेगी, इसके साथ ही राज्य सरकार या फिर केंद्र सरकार की तरफ से जो भी स्कीमें शुरू होती है उनकी जानकारी भी स्टूडेंट्स को अपने-आप मिलती रहनी चाहिए। स्टूडेंट्स को एप्प को अपडेट करने की कोई जरूरत नहीं पड़े। इस प्रपोजल को हल करने के लिए एक लाख का कैश अवार्ड दिया गया और चंडीगढ़ प्रशासन के नाम यह प्रपोजल रहा। इस प्रपोजल को पहला स्थान मिला। इसी कैटागिरी में दूसरा स्थान सिक्किम गवर्नमेंट को मिला। प्रिंटिक्टीव स्टूडेंट्स ऐनालाइजिस को मिला दूसरा स्थान
प्रिंटिक्टीव स्टूडेंट्स ऐनालाइजिस प्रपोजल को दूसरा स्थान मिला। इसमें प्रपोजल था कि हर स्टूडेंट्स का एक यूनिक डाटा हो। यदि स्टूडेंट्स किसी कॉलेज से ड्राप आउट है या फिर स्कूल कॉलेज में किसी प्रकार की कोई गलत एक्टीविटी है तो उसकी अपडेट भी इसमें होगी। इसके लिए स्कूल और कॉलेज में अलग-अलग कोड रहेगा जिससे वह खुद और टीचर स्टूडेंट्स को ट्रैक कर सकता है। इसमें स्टूडेंट्स को 50 हजार रुपये का कैश अवार्ड मिला। इस कैटागिरी में फर्स्ट रनरअप गुजरात गवर्नमेंट रही।
बायो मैट्रिक बेस्ड अटेंडेस सिस्टम
बायो मैट्रिक बेस्ड अटेंडेस सिस्टम का उद्देश्य स्टूडेंट्स की हाजरी का डाटा ऑनलाइन रखना था। डाटा ऑनलाइन रखने के अलावा इसकी सीधी जानकारी क्लास टीचर और अभिभावकों के मोबाइल पर होनी चाहिए। यह कार्य ठीक उसी समय होगा जब कोई टीचर क्लास में हाजरी लगा रहा होगा और उसकी सूचना बच्चे के अभिभावक के मोबाइल पर जाएगी। चंडीगढ़ प्रशासन के लिए गौरव की बात है कि एजुकेशन सेक्टर में तीनों अवार्ड चंडीगढ़ प्रशासन को मिले। इसके लिए कुल चार प्रपोजल थे। इन प्रपोजल के शुरू होने से स्टूडेंट्स के जीवन में बेहतर बदलाव आएगा।
बिक्रम राणा, लाइजन ऑफिसर, चंडीगढ़ शिक्षा विभाग रिपोर्ट-सुमेश ठाकुर