चंडीगढ़ में पटाखों की बिक्री के लिए दिए जाएंगे लाइंसेंस, 96 लोगों को ही मिलेगी स्टाल लगाने की परमिशन
चंडीगढ़ में इस बार पटाखों की सेल भी होगी और फुटेंगे भी। क्योंकि प्रशासन ने पटाखे जलाने की मंजूरी दे दी है। वहीं अब पटाखों की सेल के लिए लाइसेंस जारी किए जाएंगे। इस बार 96 लोगों की ही टेम्परेरी लाइसेंस दिए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासन ने इस बार दशहरा, दीपावली और गुरुपर्व पर पटाखे जलाने की मंजूरी दे दी है। हालांकि शहरवासी ग्रीन पटाखे ही जला सकेंगे। वह भी तय समय सीमा के भीतर। दशहरा के बाद ग्रीन पटाखों की बिक्री के लिए वेंडर्स को टेम्परेरी लाइसेंस दिए जाएंगे। लाइसेंस के लिए ड्रा निकाला जाएगा। 10 से 15 अक्टूबर के बीच लाइसेंस का ड्रा निकाला जाएगा। इस बार 96 लोगों को टेम्परेरी लाइसेंस दिए जाएंगे। शहर के अलग-अलग हिस्सों में इन 96 लाइसेंस धारकों को स्टाल लगाने के लिए अनुमति दी जाएगी।
दीपावली, गुरुपर्व और दशहरे पर ग्रीन पटाखे जलाने की मंजूरी चंडीगढ़ प्रशासन ने दे दी है। फेस्टिव सीजन को देखते हुए शुक्रवार को प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने ग्रीन पटाखे जलाने की मंजूरी दी। हालांकि यह मंजूरी निर्धारित समय सीमा के लिए दी गई है। इसी समय सीमा में पटाखे जलाए जा सकते हैं। ग्रीन कैटेगरी के अलावा दूसरा कोई पटाखा जलाने पर रोक रहेगी।
दिवाली पर रात आठ से 10 बजे तक जला सकेंगे पटाखे
प्रशासन के मुताबिक दिवाली के दिन शहरवासी रात आठ से 10 बजे तक दो घंटे ग्रीन पटाखे जला सकेंगे। दशहरे पर पुतला जलाने की मंजूरी रहेगी। इनमें ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा गुरुपर्व पर सुबह चार से पांच बजे तक और रात को नौ से दस बजे तक ग्रीन पटाखे जला सकते हैं।
रामलीला कमेटियां कर रही थी मांग
बता दें कि चंडीगढ़ में 40 से ज्यादा कमेटियां रामलीला का मंचन कर रही हैं। ऐसे में कमेटी के सदस्य बहुत पहले से ही शहर में पटाखे जलाने की मंजूरी की मांग कर रहे थे। कमेटी के लोगों का कहना था कि उनके द्वारा रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का निर्माण किया जा रहा है और पुतलों में पटाखे फिट करने होते हैं। ऐसे में प्रशासन पटाखों की मंजूरी जल्द दे।
चंडीगढ़ का एक्यूआइ रहा संतोषजनक
चंडीगढ़ पाल्यूशन कंट्रोल कमेटी की रिपोर्ट अनुसार वर्ष 2020 और 2021 में दीवाली के महीने में एयर क्वालिटी इंडेक्स लेवल माडरेट या सेटिसफेक्टरी ही रहा था। इसी वजह से चंडीगढ़ प्रशासन ने पहले भी ग्रीन पटाखों को जलाने की मंजूरी दी थी। ग्रीन पटाखों को नेशनल इन्वायरनमेंटल एंड इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) ने तैयार किया था। इसके बाद इनकी मैन्यूफेक्चरिंग हो रही है। अब चंडीगढ़ प्रशासन ग्रीन पटाखे बेचने के लिए लाइसेंस जारी करेगा। इसके लिए ड्रा निकाला जाएगा। डीसी आफिस यह प्रक्रिया पूरी करेगा।