चंडीगढ़ में मजदूरों का वेतन तय, जानिए एक दिन काम करवाने पर मजदूर को कितनी देनी होगी दिहाड़ी
चंडीगढ़ में बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग रहता है। शहर के लेबर चौक से रोजाना बड़ी संख्या में मजदूर दिहाड़ी के लिए मौजूद रहते हैं। यहां ऐसे मजदूर मिल जाते हैं जिन्हें लोग एक दिन के लिए दिहाड़ी पर काम करने के लिए लेकर जाते हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में काम करने वाले दिहाड़ी-मजदूरों को मिलने वाले वेतन की नई दरें तय की गई है। इसको लेकर प्रशासन ने आदेश जारी किया है। अलग अलग श्रेणियों के मजदूरों की मासिक वेतन और एक दिन का वेतन (दिहाड़ी) में बढ़ोतरी की गई है। यह दरें एक अप्रैल से 30 सितंबर 2022 तक लागू रहेंगी। आदेश के अनुसार न्यूनतम वेतन फिर से निर्धारित किए गए हैं और ये कामगार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जुड़े हैं।
जारी आदेश के अनुसार जीवित सूचकांक संख्या (लिविंग इंडेक्स) में 39 प्वाइंट्स की बढ़ोतरी हुई है। 30 सितंबर 2021 तक ये इडेक्स नंबर 1825 था, जो मार्च 2022 में बढ़कर 1864 हो गया है। इसलिए लिविंग इंडेक्स की औसत लागत सूचकांक संख्या में 39 प्वाइंट की वृद्धि हुई है। प्रत्येक प्वाइंट के लिए सात रुपये तय किए गए हैं। इसलिए विभाग ने मजदूरों के मासिक न्यूनतम मजदूरी में कुल 273 रुपये की बढ़ोतरी की है। अभी तक शहर के अकुशल मजदूरों को मासिक 11622 रुपये देने का प्रावधान था। एक अप्रैल से 273 रुपये बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं। इसलिए अब से अकुशल श्रमिक का मासिक वेतन 11895 और दैनिक वेतन 458 रुपये होगा। पहले 11622 और 447 रुपये तय किया गया था। इसके अलावा अर्ध कुशल श्रमिक- 2 का मासिक वेतन 12045 और 463 रुपये प्रतिदिन होगा।
अर्ध कुशल श्रमिक-1 का मासिक वेतन 12145 और 467 रुपये प्रतिदिन होगा। इसी प्रकार, कुशल-2 के लिए 12345, कुशल-1 के लिए 12570, अधिक कुशल के लिए 12970, क्लास-3 (स्टाफ) के लिए 12170, क्लास-2 (स्टाफ) के लिए 12320, क्लास-1 (स्टाफ) के लिए 12680 रुपये लागू किए गए हैं।
बता दें कि चंडीगढ़ में बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग रहता है। शहर के लेबर चौक से रोजाना बड़ी संख्या में मजदूर दिहाड़ी के लिए मौजूद रहते हैं। यहां ऐसे मजदूर मिल जाते हैं जिन्हें लोग एक दिन के लिए दिहाड़ी पर काम करने के लिए लेकर जाते हैं।