Chandigarh University MMS कांड से चंडीगढ़ प्रशासन का किनारा, अब न्यू चंडीगढ़ के नाम पर उठने लगे सवाल
मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुए आपत्तिजनक वीडियो मामले में चंडीगढ़ प्रशासन ने किनारा कर लिया है। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में चंडीगढ़ का कोई लेना देना नहीं है। वहीं अब न्यू चंडीगढ़ के नाम को लेकर भी लोग सवाल खड़े कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ। मोहाली के घड़ूआं स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में गर्ल्स स्टूडेंट्स के आपत्तिजनक वीडियो मामले से चंडीगढ़ प्रशासन ने किनारा कर लिया है। प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में चंडीगढ़ का कोई लेना देना नहीं है। वहीं अधिकारियों का मानना है कि यूनिवर्सिटी की ओर से चंडीगढ़ का नाम प्रयोग करने से शहर की बदनामी हो रही है। वहीं अब न्यू चंडीगढ़ के नाम पर भी सवाल उठने लगे हैं।
सलाहकार धर्मपाल ने कहा कि इस मामले में चंडीगढ़ प्रशासन कुछ नहीं कर सकता है। उन्होंने चंडीगढ़ के नाम पर यूनिवर्सिटी होने पर कहा कि यह मामला पंजाब विधानसभा में पास हुआ है। चंडीगढ़ के लोग जानते है कि यह यूनिवर्सिटी माेहाली में हैं। जबकि बाहर के लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। चंडीगढ़ का इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। सलाहकार का कहना है कि अगर कोई भी चंडीगढ़ के नाम का प्रयोग करता है इसमे यूटी प्रशासन कानूनी तौर पर कुछ नहीं कर सकता है।
चंडीगढ़ का नाम प्रयोग करने पर उठ रहे सवाल
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाने के मामले के बाद से शहर के लोग और राजनीतिक दल चंडीगढ़ के नाम का प्रयोग करने पर आपत्ति जता रहे हैं। चंडीगढ़ के साथ पंजाब सरकार की ओर से न्यू चंडीगढ़ को विकसित किया जा रहा है। इस कारण यहां पर प्रापर्टी खरीदने की होड़ लगी हुई है। प्रापर्टी के रेट चंडीगढ़ के बराबर हो रहे हैं। इसका फायदा पंजाब को मिल रहा है। कई लोग इसे चंडीगढ़ का हिस्सा ही मानते हैं। जबकि यह पंजाब के जिला माेहाली का एरिया है।
न्यू चंडीगढ़ को लेकर भी आपत्ति
चंडीगढ़ के राजनीतिक दल न्यू चंडीगढ़ को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं। नेताओं का कहना है कि न्यू चंडीगढ़ का नाम चंडीगढ़ पर नहीं होना चाहिए। इस मामले को लेकर पार्षद इस माह होने वाली सदन की बैठक में भी चर्चा करेंगे। लोगों का कहना है कि चंडीगढ़ का नाम प्रयोग करने पर यूटी प्रशासन को हस्तक्षेप करना चाहिए। सांसद किरण खेर पहले से मोहाली में खुली चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पर सवाल उठा चुकी है। उनका मानना है कि इस घटना से चंडीगढ़ का नाम बदनाम हो रहा है। फासवेक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिट्टू का कहना है कि ऐसा प्रावधान होना चाहिए कोई भी संस्था अगर चंडीगढ़ के नाम का प्रयोग करता है तो उसे प्रशासन ने इस बारे में एनओसी लेनी चाहिए।
सांसद जता चुकी है आपत्ति
यूनिवर्सिटी की ओर से चंडीगढ़ का नाम प्रयोग किए जाने पर सांसद किरण खेर लगातार आपत्ति जता रही है। सांसद के अनुसार जो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का नाम रखा गया है असल में वह चंडीगढ़ में नहीं है। चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी है। नाम चंडीगढ़ पर रखकर इसे मोहाली में शुरू किया गया है। उनका मानना है कि इससे चंडीगढ़ की बदनामी हो रही है। खेर ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए यह बहुत दुखदय घटना है। सांसद ने कहा कि जिस लड़की ने वीडियो बनाया है उसके साथ साथ यूनिवर्सिटी प्रबंधन से भी पूछताछ हाेनी चाहिए।