धार्मिक स्थानों को दोबारा खोलने की तैयारी, मंदिरों के मुख्य गेट पर एक ही श्रद्धालु को मिलेगी एंट्री
मंदिर प्रबंधकों ने तय किया है कि मंदिर के मुख्य गेट से कम से कम एक और यदि बच्चे साथ में है तो दो से तीन लोगों को अंदर जाने की परमिशन दी जाएगी।
चंडीगढ़ [सुमेश ठाकुर]। कोरोना वायरस महामारी के कारण बंद पड़े धार्मिक स्थानों को दोबारा से खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। शु्क्रवार को शहर के मंदिर, गुरूद्वारों और मस्जिदों में साफ- सफाई की गई ताकि 8 जून से खुलने से पहले साफ-सुधरा परिवेश तैयार हो सके। शहर के मंदिर प्रबंधकों ने तय किया है कि मंदिर के मुख्य गेट से कम से कम एक और यदि बच्चे साथ में है तो दो से तीन लोगों को अंदर जाने की परमिशन दी जाएगी।
वहीं गुरूद्वारों और मस्जिदों में भी इसी प्रकार की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है। मुख्य गेट से ज्यादा से ज्यादा पांच लाेगों को अंदर जाने की अनुमति मिलेगी ताकि वह हॉल में जाकर माथा टेक सके या नमाज अदा कर सके। इसके अलावा मंदिर में आने वाला व्यक्ति पूरी तरह से साफ-सुधरा हो इसके लिए मुख्य गेट पर पानी के नल जो कि सेंस सिस्टम से चल सके या फिर एक से दो व्यक्ति सेनेटाइजर लेकर खड़े रहेंगे ताकि अंदर आने वाला हर श्रद्धालु पूरी तरह से कोरोना संक्रमण से सुरक्षित हो।
मंदिरों में नहीं होगा कीर्तन, दूर से मिलेगे भगवान के दर्शन
मोहाली में दो माह के लॉकडाउन के बाद सोमवार को जिले के मंदिर खुलने जा रहे है। इस दौरान शारिरिक दूरी का पूरी तरह से पालन हो लोगों की भीड़ एकत्रित न हो इसके लिए मंदिरों के प्रबंधकों की ओर से नियम बनाने शुरू कर दिए गए है। वहीं कुछ बड़े मंदिरों में भगवान के दर्शन करने की सुविधा तो होगी लेकिन आरती आदि नहीं होगी। केंद्रीय सनातन धर्म मंदिर कल्याण समीति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने बताया कि मोहाली शहर में 23 के करीब मंदिर है। कोरोना को देखते हुए कई कदम उठाए गए है। अग्रवाल ने बताया कि मंदिर में अब आने पर मास्क पहनाना अनिवार्य होगा। वहीं सेनीटाइजर आदि का प्रबंध भी कर दिया गया है। अग्रवाल ने कहा कि जिन मंदिरों में मंगलवार को हनुमान जी की बड़ी आरितयां होती है, वे अब कुछ दिन तक नहीं होगी। ध्यान रहे कि मोहाली के फेज ३बी१ स्थित हनुमान मंदिर और सेक्टर-68 के मंदिर में तीन सौ से ज्यादा लोग आरती में एकत्रित होते है। उधर मंदिर में भगवान की मूर्तियों के आने खड़े होने को लेकर भी मार्किंग कर ली है। ताकि लोग पूरी तरह से शारिरिक दूरी की पालना करें। सोमवार को मंदिरों में पूरी तरह से सतर्कता बरती जाए इसके लिए निजी सुरक्षा कर्मचारियों की भी तैनाती की जाएगी। मंदिर प्रबंधन की ओर से सदस्यों की भी ड्यूटियां लगाई जाएगी।
मस्जिदों को खोलने से पहले अंदर रखे जाने वाली सोशल डिस्टेसिंग पर पूरा ध्यान रखा जाएगा। मुस्लिम समुदाय यदि इस काम में सफल रहा तो मस्जिदों को खोला जाएगा।
मौलाना कलीम अख्तर सेक्टर-56
मंदिर को खाेलने के लिए साफ सफाई कर दी गई है। अभी सेंस सिस्टम से चलने वाले नलों का इंतजाम हुआ तो ठीक वरना हम गेट पर एक से दो लोगों को सेनेटाइर देकर खड़ा करेंगे ताकि मंदिर के अंदर से संक्रमण फैलने का कोई चांस न बचे।
राकेश पाल मोदगिल, प्रधान माता काली मंदिर सेक्टर-29
गुरूद्वाराें को खोलने से पहले सोशल डिस्टेसिंग और संक्रमण से बचाव पर विचार किया जा रहा है। गुरूद्वारे में आने वाले हर व्यक्ति को सेनेटाज करके ही आने की परमिशन होगी।
तेजिंदर सिंह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सेक्टर-19