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सफाई पर सेटिंग के कथित ऑडियो की सीएफएसएल ने सौंपी रिपोर्ट Chandigarh News

पार्षद भरत कुमार के नवंबर 2017 में वायरल हुए कथित ऑडियो की सीएफएसएल रिपोर्ट आ गई है। कांग्रेस ने इस पूरे मामले में केस दर्ज कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Mon, 08 Jul 2019 12:49 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jul 2019 04:42 PM (IST)
सफाई पर सेटिंग के कथित ऑडियो की सीएफएसएल ने सौंपी रिपोर्ट Chandigarh News
सफाई पर सेटिंग के कथित ऑडियो की सीएफएसएल ने सौंपी रिपोर्ट Chandigarh News

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पार्षद भरत कुमार के नवंबर 2017 में वायरल हुए कथित ऑडियो की सीएफएसएल रिपोर्ट आ गई है। कांग्रेस ने इस पूरे मामले में केस दर्ज कार्रवाई किए जाने की मांग की है। साथ ही इस पूरे मामले में यह जांच करने के लिए कहा है कि इस रिश्वतकांड में और कौन से बड़े नेता शामिल हैं। बता दें कि नवंबर 2017 में पार्षद भरत कुमार का एक ऑडियो वायरल हुआ था। भरत उस समय सेनीटेशन कमेटी के चेयरमैन थे। उस समय दक्षिणी सेक्टरों की सफाई का काम लायंस कंपनी को प्रति माह 4 करोड़ 26 लाख रुपये में दिया गया था। कांग्रेस हमेशा से लायंस कंपनी के खिलाफ आरोप लगाती आई हैं। जबकि भाजपा के कई पार्षद सदन की बैठक में कंपनी का पक्ष लेते हुए नजर आए हैं। वर्ष 2017 में सेक्टर-48 की ग्रीन बेल्ट में खुले में कचरा फेंकने पर पकड़ा गया था। जिसकी नगर निगम ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई थी। इस पर नगर निगम ने भी कंपनी पर 5500 रुपये का जुर्माना लगाया था।

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नवंबर 2017 में वायरल हुआ था ऑडियो

इसी बीच कंपनी को संरक्षण देने के लेकर पूर्व सेनीटेशन कमेटी के चेयरमैन और लायंस कंपनी के प्रतिनिधि के बीच कथित ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें सफाई पर सेटिंग को लेकर वायरल होने पर पार्षद भरत पर आरोप लगाए गए थे। मालूम हो कि जो ऑडियो वायरल हुआ है, उसमें कांग्रेस की ओर से पार्षद भरत कुमार और कंपनी के प्रतिनिधि के बीच सेटिंग होने का दावा किया जा रहा है। नवंबर 2017 में जब इस वायरल कथित ऑडियो को लेकर सदन में हंगामा हुआ था। तब कांग्रेस के पार्षद देवेंद्र सिंह बबला ने सदन में ऑडियो को सुनाने की मांग की थी। इस पर उस समय के मेयर व भाजपा के कई पार्षद लायंस कंपनी और आरोपित के पक्ष में खड़े नजर आए थे। उस समय कांग्रेस की ओर से हर माह सवा चार करोड़ की राशि कंपनी को दिए जाने पर सवाल उठ गए थे।

भाजपा के दो नेताओं के नाम आए थे

5 मिनट के इस कथित ऑडियो में चेयरमैन की ओर से दावा किया जा रहा था कि पार्षद आश्वासन दे रहा है कि अच्छी सफाई व्यवस्था न होने का मामला वह चेयरमैन होने के नाते  अगली सदन की बैठक में सुलझा देंगे। इसके जबाव में कथित कंपनी के प्रतिनिधि कहता है कि मैं आपके पास आदमी भेजता हूं महीने में एक बार मिल लिया करेंगे। आपको, ठीक-ठीक हो जाएगा, बढिय़ा हो जाएगा। हमारे लिए तो आप चेयरमैन हैं, आगे आपने ही संभालना है। इस ऑडियो में यह भी सुनाई दे रहा था कि कथित चेयरमैन ने यह भी कहा है कि आपने इतने महीने में अच्छा पैसा कमा लिया है। अब लाइन पर आए हो, आपको नहीं पता दीवाली निकली है। आपको अक्ल होनी चाहिए। इस ऑडियो में यह भी दावा किया जा रहा था कि मोदगिल को भी वह हैंडल कर लेंगे।

आज सदन की बैठक में  सीएफएसएल की रिपोर्ट पर फिर हो सकता है बवाल

सोमवार को नगर निगम की सदन की बैठक है। इस बीच सीएफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद एक बार फिर सदन की बैठक में यह मामला गर्मा सकता है। इसको लेकर कांग्रेस एक बार फिर सदन की बैठक में पार्षद भरत कुमार और लायंस कंपनी के प्रतिनिधि के बीच वायरल हुए कथित ऑडियो की सीएफएसएल रिपोर्ट आने पर हंगामा कर सकती है। रविवार देर शाम कांग्रेस की ओर से बयान भी जारी कर दिया गया। जिसमें कांग्रेस ने इस पार्षद भरत कुमार के वॉयस सैंपल पॉजिटिव पाए जाने की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

मैंने इस मामले में खुद कोर्ट में शिकायत की थी और वायरल ऑडियो की जांच कराने के लिए कहा था। ऑडियो में मेरी आवाज नहीं है। मुझे कोई बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। जबकि कोर्ट ने इस मामले में दो बार ऑडियो की जांच के लिए मना कर दिया था। इसके बावजूद भी ऑडियो के वॉयस सैंपल जांच के लिए भेजे गए। सीएफएसएल की रिपोर्ट अभी मेरे पास नहीं आई है। मुझे इस मामले में झूठा फंसाया जा रहा है।

-भरत कुमार, पार्षद, बीजेपी

बीजेपी ने नगर निगम को क्रप्शन का अड्डा बना दिया है, उस समय जब यह ऑडियो वायरल हुआ था, बीजेपी के पार्षदों व सीनियर लीडर ने कहा था कि अगर इस ऑडियो की जांच में भरत की आवाज पाई गई तो वे अपने पद से इस्तीफा देंगे। ऐसे में सीएफएसएल रिपोर्ट में वॉयस सैंपल मैच होने पर पार्षद भरत कुमार को नैतिकता के आधार पर अपना इस्तीफा दे देना चाहिए।

-सतीश कैंथ, पार्षद, कांग्रेस  

सीएफएसएल ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। जिसमें पार्षद भरत कुमार और लायंस कंपनी के प्रतिनिधि के बीच हुई बातचीत के वॉयस सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में पुलिस को केस दर्ज कर इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।

- प्रदीप छाबड़ा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष, चंडीगढ़।

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