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चंडीगढ़ में पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दे मनाया वैलेंटाइन डे, बच्चों ने पेश किया देशभक्ति कार्यक्रम

चंडीगढ़ के सेक्टर 24 में आयोजित एक कार्यक्रम में पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। यह कार्यक्रम ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित करवाया गया था। कार्यक्रम में बच्चे सेना की वर्दी में पहुंचे और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।

By Ankesh KumarEdited By: Published: Sat, 13 Feb 2021 02:44 PM (IST)Updated: Sat, 13 Feb 2021 02:44 PM (IST)
चंडीगढ़ में पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दे मनाया वैलेंटाइन डे, बच्चों ने पेश किया देशभक्ति कार्यक्रम
पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देते ट्रस्ट के सदस्य और बच्चे।

चंडीगढ़, जेएनएन। वैलेंटाइन डे सिर्फ प्रेमी प्रेमिका या फिर पति पत्नी तक सीमित न रहे, बल्कि देश के लोग  हमारे सेना के जवानों से की शहादत को भी याद करें, इसी दिशा में ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट ने पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देकर वैलेंटाइन डे मनाया। ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट ने कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर-24 में किया, जहां पर बच्चे सेना की ड्रेस में पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

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कार्यक्रम मे ट्रस्ट के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर शहीदों को नमन किया और श्रद्धांजलि समारोह में शामिल करीब 100 के करीब बच्चों को देश प्रेम और 14 फरवरी 2019 में हुए पुलवामा हमले के बारे में अवगत कराया।

ओंकार चैरिटेबल ट्रस्ट प्रेसिडेंट रविंद्र सिंह बिल्ला ने कहा कि वैलेंटाइन डे आधुनिक तरीके से मनाने का प्रचलन है, लेकिन देश प्रेम सबसे बड़ा प्रेम है। इसके लिए बच्चों को बचपन से ही जागरूक करना अनिवार्य है। उसी को देखते हुए कार्यक्रम आयोजित किया है और बच्चों को सेना की वर्दी के साथ-साथ कुछ अन्य स्कूली बच्चों को भी बुलाया है और उन्हें बताया है कि किस प्रकार से वर्ष 2019 में सैनिक अपनी मंजिल की तरफ बढ़ रहे थे और दुश्मनों ने उन पर हमला कर दिया था। इस हमले में हमारे कई सैनिक शहीद हो गए थे। 

उन्होंने कहा कि आज के समय में सबसे बड़ी जरूरत बच्चों को इतिहास से जोड़ने की है। क्योंकि इतिहास से जुड़ने के बाद ही एक बेहतर नागरिक बना और बनाया जा सकता है। सेना की वर्दी में पहुंचे बच्चों ने बताया कि पुलवामा अटैक में जो शहीद हुए थे उनका बदला लेंगे जिसके लिए वह बड़े होकर सेना में जाना चाहते हैं। सेना में जाने के बाद वह दुश्मनों का उसी तरह से अंत करेंगे जिस तरह से उन्होंने हमारे सैनिकों को शहीद किया था।


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