कैप्टन ने कहा, कोटकपूरा व बहबलकला फायरिंग की जांच सीबीआइ को देंगे
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घोषणा की है कि काेटकपूरा और बहबलकला में हुई पुलिस फायरिंग मामले की जांच सीबीआइ से कराई जाएगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि अकाली दल-भाजपा शासनकाल में 2015 में कोटकपूरा और बहबलकला में हुई पुलिस फायरिंग कांड सीबीआइ करेगी। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है।
वह यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि 2015 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब बेअदबी कांड की जांच कर रही जस्टिस रंजीत सिंह कमीशन की पूरी रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की भूमिका की जांच सीबीआई को सौंपी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जस्टिस रंजीत सिंह ने अपनी चार पार्ट की रिपोर्ट में से एक पार्ट उन्हें सौंपी है। इस रिपोर्ट में सीनियर स्तर के पुलिस अधिकारियों के शामिल होने की आशंका जताई गई है। ऐसे में फैसला किया गया है कि वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों की भूमिका की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से करवाया जाए। इसलिए इस फायरिंग कांड की जांच को सीबीआई को सौंपा जाएगा।
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जस्टिस रंजीत सिंह की 182 पेजों की पहली रिपोर्ट के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा, जांच के बाद जो सिफारिश की गई है। उसमें आयोग में घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 75 लाख रुपये का मुआवजा देने की सिफारिश की थी। इसे सरकार ने एक करोड़ रुपये कर दिया है।
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उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल बेअंत सिंह के लिए 35 लाख रुपये की सहायता राशि देने की सिफारिश की गई थी। इसे बढ़ा कर 50 लाख रुपये किया गया है। जिंदगी और मौत से जूझ रहे घायल अजित सिंह की सहायता राशि 40 से बढ़ा कर 60 लाख और अन्य घायलों को 10 लाख रुपये प्रत्येक दिए जाएंगे।