Move to Jagran APP

PCA को 36 एकड़ जमीन 42 करोड़ में बेचने के मामले में CBI जांच की मांग Chandigarh News

पूर्व रणजी खिलाड़ी राकेश हांडा ने पीसीए के पूर्व सचिव गुरसेवक सिंह वालिया पर आरोप लगाया है कि उन्होंने यूनिवर्सल ट्रस्ट के जरिए किसानों से जमीन लेकर पीएसी को महंगे दामों पर बेची।

By Edited By: Published: Sat, 31 Aug 2019 11:00 PM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 03:15 PM (IST)
PCA को 36 एकड़ जमीन 42 करोड़ में बेचने के मामले में CBI जांच की मांग  Chandigarh News
PCA को 36 एकड़ जमीन 42 करोड़ में बेचने के मामले में CBI जांच की मांग Chandigarh News

चंडीगढ़, जेएनएन। करीब 11 साल पहले यूनिवर्सल ट्रस्ट द्वारा मोहली के मुल्लापुर में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन को 36 एकड़ जमीन लगभग 42 करोड़ रुपये में बेचने के मामले को लेकर पंजाब के पूर्व रणजी खिलाड़ी राकेश हांडा ने सीबीआइ जांच करवाने की मांग की है। हांडा ने इस मामले में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सचिव गुरसेवक सिंह वालिया पर आरोप लगाया है कि उन्होंने यूनिवर्सल ट्रस्ट नाम का ट्रस्ट बनाया और किसानों से सस्ते दाम पर जमीन लेकर पीएसी को महंगे दामों पर बेची। जबकि मामले में गुरसेवक सिंह वालिया ने आरोपों को नकारते हुए खुद का ट्रस्ट के साथ कोई भी संबध होने से इंकार किया।

राकेश हांडा के मुताबिक 2007-08 में पंजाब के मोहाली के मुल्लापुर में एसोसिएशन ने क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए एक ट्रस्ट को जमीन एक्वायर करने के निर्देश दिए थे, लेकिन इंडिपेंडेंट ट्रस्ट बनाने की बजाय उस वक्त के पीसीए सचिव गुरसेवक सिंह वालिया ने यूनिवर्सल ट्रस्ट नाम का ट्रस्ट बना लिया और किसानों से कौडि़यों के भाव ली गई जमीन को उस समय के मार्केट वेल्यू से ऊंचे दाम पर बेचा गया। ट्रस्ट ने एसोसिएशन को 36 एकड़ जमीन को लगभग 42 करोड़ रुपये की कीमत में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन को बेच दिया। हांडा ने कहा कि उस समय जमीन का दाम करीब 10 लाख रुपए प्रति एकड़ था, जबकि जमीन को करीब सवा करोड़ रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से बेचा गया।

हांडा ने पीसीए से भी मांगा जवाब
हांडा के अनुसार मुल्लापुर में जो स्टेडियम को बनाया जा रहा है। उस पर खर्च 350 करोड़ रुपये से भी ज्यादा आने की आशंका है। ऐसे में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन जवाब दे कि क्रिकेट के नाम पर जो पैसा खिलाड़ियों के वेलफेयर और स्टेडियम निर्माण के लिए आया था। उसे इस कदर पानी की तरह क्यूं बहाया जा रहा है। लोढा कमीशन का रिकेमेंडेशन है, कि एक ही जिले में 2 अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम नहीं हो सकते और पंजाब में भटिंडा और फिरोजपुर के आसपास दूसरा स्टेडियम बनाया जाना था, लेकिन पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने 2007 में तमाम नियम कायदों को ताक पर रखकर मोहाली में ही ये दूसरा स्टेडियम बनवाना शुरू कर दिया। जबकि मोहाली में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के पास पहले ही एक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम मौजूद है।

मेरा ट्रस्ट से नहीं कोई लेना-देना
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सचिव गुरसेवक सिंह वालिया ने कहा कि ट्रस्ट से मेरा कोई लेना देना नहीं है। मेरा अपना कोई ट्रस्ट नहीं है, लेकिन जब किसानों से जमीन खरीदनी थी तो जनरल पॉवर ऑफ अटॉर्नी में मेरा नाम डाला गया था, क्योंकि ऑनरशिप पीसीए को देनी थी। ऐसे में पॉवर ऑफ अटॉर्नी पीसीए के नाम नहीं हो सकती थी। उन्होंने कहा कि रेवन्यू का रेगुलर प्रोसेस है। जिस दिन पीसीए को जमीन रजिस्ट्री हुई। उस दिन जीरो रुपये पर हुई। पीसीए की ओर से पूरा पैसा किसानों को दिया गया है। ऑफिस में सभी दस्तावेज पड़े हैं, जिसको देखना हैं वह आकर चैक कर सकता है।

 

loksabha election banner

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.